जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले और फिर एयर स्ट्राइक के बाद अलग-अलग दलों की राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। हर दल के नेता एक दूसरे को निशाना बना रहे हैं। पुलवामा मामले के बाद एयर स्ट्राइक को लेकर विपक्ष जहां सुबूत माँग रही है तो दूसरी केन्द्र सरकार डिफेंस मूड मेंं है।
पुलवामा की आतंकी घटना को दुर्घटना बताकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह मंगलवार को सुर्खियों में रहे। उनके बयान पर सोशल मीडिया पर जमकर बवाल भी हुई। वहीं बुधवार को बीजेपी नेता और यूपी के डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का सोशल मीडिया में एक विडियो तेजी से वायरल हो रहा है। केशव प्रसाद मौर्य भी इस विडियो में पुलवामा घटना को दुर्घटना बताते दिख रहे हैं।
विडियो में केशव प्रसाद मौर्य हरियाणा में पत्रकारों से कह रहे हैं, ‘पुलवामा हमले में सुरक्षा में चूक शब्द का प्रयोग यहां के पत्रकारों को नहीं करना चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा, ‘सुरक्षा में चूक नहीं हुई थी लेकिन हां एक बड़ी दुर्घटना हमारे सीआरपीएफ के जवानों के साथ घटी थी।’
कहा जा रहा है कि यह विडियो 21 फरवरी का है जब यूपी के उप-मुख्यंमत्री केशव प्रसाद मौर्य हरियाणा के रोहतक में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उनसे पुलवामा हमले में सुरक्षा में चूक होने पर सवाल पूछा गया था। दूसरी ओर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इस विडियो को री-ट्वीट किया।
उन्होंने लिखा, ‘पुलवामा आतंकी हमले को मैंने ‘दुर्घटना’ कह दिया तो मोदी जी से ले कर 3 केंद्रीय मंत्री जी मुझे पाकिस्तान समर्थक बताने में जुट गए। उत्तर प्रदेश में बीजेपी के उप मुख्यमंत्री जी केशव देव मौर्य जी का बयान कृपया सुनें। मोदी जी और उनके मंत्रीगण मौर्य जी के बारे में कुछ कहना चाहेंगे?’
इस बयान के बाद अब विपक्ष बीजेपी व सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है हालांकि अभी बीजेपी की तरफ इस बयान को लेकर कोई रेस्पोंस नहीं आया।
बता दें कि मंगलवार को दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले को दुर्घटना बताया था जिस पर उनकी जमकर आलोचना हुई थी। उन्होंने कहा था, ‘पुलवामा दुर्घटना के बाद हमारी वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद कुछ विदेशी मीडिया में संदेह पैदा किया जा रहा है, जिससे हमारी भारत सरकार की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है।’
मालूम हो कि पुलवामा हमले को जहाँ हिन्दुस्तानी जनता को पाकिस्तान को गुस्सा था वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानी सरकार ने जैश-ए-मोहम्मद और हाफिज़ सईद के संगठन को बैन कर दिया।