मैनपुरी उपचुनाव का फाइनल रिजल्ट आने से पहले यूपी की राजनीतिक में एक बड़ा टर्निंग प्वाइंट आ गया है। शिवपाल सिंह यादव की प्रसपा का अब समाजवादी पार्टी में विलय हो गया है। इस दौरान अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल सिंह यादव एक साथ नजर आए।
मैनपुरी में मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उपचुनाव हुआ था। ऐसे में मुलायम की विरासत कही जाने वाली यह सीट सपा परिवार के लिए काफी अहम मानी जा रही थी। यही वजह थी कि चुनाव से पहले अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल यादव से पुरानी अदावत खत्म करने के लिए तैयार हो गए थे। इसके बाद शिवपाल यादव और अखिलेश ने इस सीट पर मिलकर प्रचार किया था।
दोनों के हाथ में साईकिल
इसके बाद दोनों खड़ो हुए और सपा का चिन्ह साईकिल दोनों के हाथों में दिखाई दिया। इसके बाद दोनों ने एकजुट होने का एलान कर दिया। इस दौरान वहां शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के सैकड़ों समर्थक मौजूद रहे। जबकि पार्टी का विलय होने के बाद शिवपाल सिंह यादव ने मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा, अब 2024 में हम साथ लड़ेंगे। हमारी पार्टी का विलय हो गया है।
शिवपाल ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के निर्देश पर मैनपुरी के अधिकारियों ने सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया। उन्होंने कहा कि जनता ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए सपा को रिकॉर्ड वोट दिए।