मुंबई: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार ने विश्वास मत जीत लिया है। फ्लोर टेस्ट में सरकार के पक्ष में 169 विधायकों ने समर्थन किया है। शनिवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी की ओर से इसका विरोध किया गया।
कार्यवाही के दौरान सदन में बीजेपी विधायकों की ओर से नारेबाजी की गई। खुद पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नियमों के खिलाफ विधानसभा सत्र बुलाया गया। उन्होंने और भी कई मुद्दों को सदन में उठाया लेकिन विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर ने उनके सवालों के जवाब दिए। इसके बाद विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर ने फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया शुरू की। कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने विधानसभा में विश्वास मत रखा। वहीं बहुमत परीक्षण के दौरान बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉक आउट कर दिया।
एनसीपी नेता प्रफुल पटेल ने कहा है कि डिप्टी सीएम का पद एनसीपी के पास रहेगा। नागपुर विधानसभा सत्र के बाद इस पद को भरा जाएगा। बता दें कि कांग्रेस द्वारा भी डिप्टी सीएम पद की मांग की जा रही है। हालांकि एनसीपी द्वारा इससे इंकार कर दिया गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाला साहब थोराट का कहना है कि पार्टी के नेता नाना पटोले विधानसभा स्पीकर पद के उम्मीदवार होंगे। वहीं भाजपा ने किसान काठोरे को अपना उम्मीदवार बनाया है।
प्रदेश में 21 अक्टूबर को हुए चुनावों में भाजपा 105 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी थी। शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने क्रमश: 56,54 और 44 सीटें जीती थीं। राकांपा के वरिष्ठ नेता दिलीप वलसे पाटिल को शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा का अस्थायी (प्रोटेम) अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उन्होंने भाजपा के कालिदास कोलंबकर की जगह ली जिन्हें विधायकों को शपथ दिलाने के दौरान पूर्व में अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। पाटिल पूर्व में भी विधानसभा के अध्यक्ष रहे हैं। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। ठाकरे के अलावा छह अन्य मंत्रियों- शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस से दो-दो ने भी शपथ ली थी।