महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे से अलग होकर सरकार बनाने वाली शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट को आज बॉम्बे हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को मुंबई के प्रतिष्ठित शिवाजी मैदान में दशहरा रैली आयोजित करने की अनुमति दे दी। दरअसल इसके पहले CM शिंदे गुट की शिवसेना ने हाईकोर्ट में एक याचिका डाली थी जिसके मुताबिक शिवाजी मैदान में दशहरा रैली के लिए फैसला देने से पहले असली शिवसेना के विवाद का निपटारा हो जाना आवश्यक है।
BMC पक्ष से वकील मिलिंद साठे ने कहा कि शिवसेना के दोनों पक्षों की वजह से कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती है। साथ ही होर्डिंग लगाने को लेकर दोनों गुटों में विवाद हो सकता है। उन्होंने कहा कि गणपति उत्सव के दौरान भी शिवसेना के दो गुटों में झड़प हुई थी और यह तनाव अभी भी बरकरार है।
बॉम्बे हाईकोर्ट में दी गई याचिका में शिवसेना ने कहा कि पार्टी 1966 से हर साल शिवाजी पार्क में दशहरा रैली का आयोजन कर रही है और बीएमसी ने हमेशा इसकी अनुमति दी है। कोविड-19 महामारी के कारण सिर्फ 2020 और 2021 में रैली आयोजित नहीं की जा सकी थी। याचिका के अनुसार, 2016 में राज्य सरकार ने शिवाजी पार्क में केवल खेल गतिविधियों की ही अनुमति दी थी।