मौजूदा फॉर्म को अगर देखा जाए तो भारत का पलड़ा भारी है, क्योंकि अभी तक वह अजेय है। वहीं, इंग्लैंड को श्रीलंका और पाकिस्तान से अप्रत्याशित हार मिली हैं जिसके कारण उसकी सेमीफाइनल में पहुंचने की स्थिति डगमगाई हुई है। इंग्लैंड को बीते मैचों में मिली हार का भूत सता रहा है तो वहीं भारत को बीते मैचों में लचर प्रदर्शन करने वाली बल्लेबाजी का, खासकर नंबर-4 के बल्लेबाज का।
नंबर-4 पर विजय शंकर को मौके मिले लेकिन वह मौकों को भुना नहीं पाए। शंकर की विफलता टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय है। ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ अहम मैच में दिनेश कार्तिक को या ऋषभ पंत को मौका मिल सकता है।
वहीं भारत के शीर्ष क्रम ने तो बढ़िया किया है लेकिन मध्य क्रम से अभी तक कोई बेहतरीन पारी देखने को नहीं मिली है। महेंद्र सिंह धोनी रन तो कर रहे हैं लेकिन जिस गति से वह रन बना रहे हैं वो ज्यादा अच्छी नहीं है। केदार जाधव ने भी खासा प्रदर्शन नहीं किया है। हार्दिक ने पिछले मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ धोनी के साथ अच्छी बल्लेबाजी की थी लेकिन जिस आक्रामकता से वह रन करते हैं वो दिखी नहीं थी।
दूसरी तरफ इंग्लैंड ने शुरुआत तो बेहतरीन की थी, लेकिन बीच में वो रास्ता भटक गई है। इंग्लैंड की बल्लेबाजी में बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज तो हैं लेकिन वह मजबूत भारतीय गेंदबाजी के सामने टिक पाते हैं या नहीं यह देखना होगा। जॉनी बेयरस्टो, जोस बटलर, इयोन मोर्गन, बेन स्टोक्स, जोए रूट के नाम ही किसी भी गेंदबाज को डराने के लिए काफी हैं।
लेकिन, भारत का आक्रमण भी कम नहीं है। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी बेहतरीन फॉर्म में हैं तो वहीं मध्य के ओवरों में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव से पार पाना इंग्लैंड के लिए चुनौती रहेगा।