मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि जो वीर सावरकर का सम्मान नहीं करते उन्हें बीच चौराहे पर सबके सामने पीटा जाना चाहिए। उन्होंने यह टिप्पणी तब की जब एक दिन पहले कांग्रेस की छात्र इकाई ने दावा किया कि उसने दिल्ली विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता सेनानी की आवक्ष प्रतिमा पर कालिख पोत दी।
ठाकरे ने कहा कि सावरकर का अपमान करने वाले लोगों की सार्वजनिक पिटाई से उन्हें आजादी की कीमत पता चलेगी। महाराष्ट्र में सावरकर को काफी सम्मान प्राप्त है। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘जो लोग सावरकर का सम्मान नहीं करते उन्हें बीच चौराहे पर सबके सामने पीटा जाना चाहिए। ऐसा करने से ही उन्हें अहसास होगा कि देश को आजादी दिलाने के लिए किसने कितनी मेहनत की थी।’’
ठाकरे ने कहा, वो लोग जो वीर सावरकर को नहीं मानते, उन्हें पब्लिक में पीटे जाने की जरूरत है। ताकि ये लोग सावरकर की भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका को समझ सकें। यहां तक कि राहुल गांधी भी पूर्व में सावरकर का अपमान कर चुके हैं। बता दें कि सावरकर की स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका को लेकर इतिहास के जानकारों में कई मत रहे हैं।
हाल ही में दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस में रात के समय सावरकर, सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह की मूर्तियां एक साथ स्थापित कर दी गईं थी। छात्र संगठन एबीवीपी के डूसू अध्यक्ष शक्ति सिंह ने सोमवार देर रात इन तीनों मूर्तियों को लगाया था। सावरकर की मूर्ति लगाने का विरोध करते हुए एनएसयूआई नेता ने प्रतिमा के चेहरे पर कालिख पोतते हुए जूतों की माला पहनाई थी। इस पर काफी विवाद भी हुआ।
वीर सावरकर को गद्दार बता चुके हैं सपा नेता रामजीलाल सुमन
सपा नेता रामजीलाल सुमन अक्सर विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं। पिछले दिनों उन्होंने राजा प्रताप सिंह की जयंती के मौक पर कहा था वीर सवारकर गद्दार थे। इसके बाद उनका विरोध भी हुआ था। यही नहीं, उनका पुतला भी फूंका गया था।