विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के पूर्व प्रमुख प्रवीण तोगड़िया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बचपन में चाय बेचने के दावे को फर्जी बताया है। उनका कहना है कि वह नरेंद्र मोदी को लंबे समय से जानते हैं, उनका बचपन में चाय बेचने का दावा महज़ पब्लिसिटी स्टंट है।
मीडिया से बातचीत के दौरान तोगड़िया ने दावा किया कि वह पीएम मोदी को 43 साल से जानते हैं, उन्होंने कभी उन्हें चाय बेचते नहीं देखा। उन्होंने कहा कि अगर आप मेरे दोस्तों या जान-पहचान वालों से पूछेंगे तो वह मेरे बारे में बता देंगे कि मैंने डॉक्टरी की है, लेकिन नरेंद्र मोदी के बारे में कोई नहीं बता पाएगा कि वह चाय बेचते थे।
पूर्व वीएचपी प्रमुख ने नई राजनीतिक पार्टी बनाने के संकेत देते हुए कहा कि 9 फरवरी को हिंदुओं के एक नए राजनीतिक दल की घोषणा की जाएगी और एक बार जब पार्टी संसद में जीत जाती है, तो अगले दिन मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा।

राम मंदिर को लेकर पीएम मोदी की नीयत पर सवाल खड़े करते हुए तोगड़िया ने कहा कि अगर वह तीन तलाक बिल के लिए आधी रात को कानून ला सकते हैं, तो फिर मंदिर के लिए ऐसा क्यों नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बन जाते हैं फिर भी वह मंदिर नहीं बनाएंगे।
तोगड़िया ने बीजेपी और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि दोनों कभी भी मंदिर का निर्माण नहीं होने देंगे, क्योंकि उन्हें पता है कि जिस भी दिन मंदिर का निर्माण हो जाएगा, उसी दिन दोनों संगठन ख़त्म हो जाएंगे, क्योंकि उनके पास कुछ करने को नहीं होगा। इसलिए दोनों संगठन मंदिर का मुद्दा जीवित रखना चाहते हैं।

प्रवीण तोगड़िया ने दावा किया कि अगर बीजेपी 2019 में चुनाव हारती है तो नरेंद्र मोदी वापस गुजरात चले जाएंगे और भैयाजी जोशी की भी नागपुर में वापसी होगी। गौरतलब है कि विश्व हिन्दू परिषद् के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दूसरे को कई सालों से जानते हैं और गुजरात की राजनीति में भी विश्व हिंदू परिषद भारतीय जनता पार्टी का समर्थक रहा है