देश में मुसलमानों को स्थिति को लेकर लगातार चर्चा होती रहती है। कभी जनसंख्या को लेकर तो कभी सुरक्षा को लेकर तो कभी शिक्षा व अधिकार को लेकर मुद्दे उठते रहे हैं। अब बिहार के पूर्व मंत्री और आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने मुसलमानों की सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है। सिद्दीकी ने यह बयान बिहार में एक कार्यक्रम के दौरान दिया।
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने देश के माहौल को मुसलमानों के लिए असुरक्षित मानते हुए विदेश में पढ़ाई कर रहे अपने बच्चों को सलाह तक दे डाली। सिद्दीकी के इस बयान के बाद बीजेपी हमलावर हो गई और कार्यवाही की मांग किया।
सिद्दीकी ने कहा कि भारत में मुसलमानों की स्थिति पर सवाल उठाते हुए उन्होंने एक उदाहरण अपने घर-परिवार से ही दिया। इसके जरिए उन्होंने ये सामने रखा कि देश में मुसलमानों के लिए किस तरह का विपरीत माहौल है। यह कहकर सिद्दीकी ने एक बार फिर से धार्मिक मुद्दा छेड़ दिया है।
भाजपा प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि सिद्दीकी जैसे लोग सेक्युलर लिबरल मुखोटे में राष्ट्र विरोधी और धार्मिक एजेंडा चलाते हैं। राजद नेता के बयान निंदा करते हुए कहा की ये लोग मदरसा संस्कृति से अभी भी बाहर नहीं निकल पाए हैं। जगजाहिर है कि ऐसे लोग सेक्युलरिज्म और लिबरलिज्म के मुखोटे में राष्ट्रविरोधी और धार्मिक एजेंडा चलाते हैं।
बता दें कि अब्दुल बारी सिद्दीकी लालू प्रसाद यादव के भरोसेमंद और करीबी माने जाते हैं। सिद्दीकी 2007 में बिहार आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। 2010 में वह नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं। वह बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। आरजेडी में एमवाई समीकरण के एम फैक्टर का सारा दारोमदार सिद्दीकी पर ही है।