राष्ट्रपति चुनाव में बस कुछ ही दिन बाक हैं, लेकिन विपक्ष दल अभी तक राष्ट्रपति पद के लिए संभावित उम्मीदवार चुनने में अभी असमर्थ हैं। इसी बीच पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के विपक्षी दलों के अनुरोध को सोमवार को ठुकरा दिया.
77 वर्षीय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के बाद संभावित विपक्षी उम्मीदवारों के रूप में अपना नाम वापस लेने वाले गोपालकृष्ण गांधी तीसरे राजनीतिक व्यक्ति हैं.
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गांधी ने एक बयान में कहा, “मामले पर गहराई से विचार करने के बाद मैं देखता हूं कि विपक्ष का उम्मीदवार ऐसा होना चाहिए जो विपक्षी एकता के अलावा राष्ट्रीय सहमति और राष्ट्रीय माहौल पैदा कर सके. मुझे लगता है कि और भी लोग होंगे जो मुझसे बेहतर ऐसा करेंगे.”
वहीं राष्ट्रपति पद के लिए नाम तय करने को लेकर विपक्षी पार्टियां मुम्बई में अपने संयुक्त उम्मीदवार के नाम पर चर्चा करने के लिए एक बैठक आयोजित करने वाली है. इस बैठक से पहले ही गोपालकृष्ण गांधी का बयान सामने आया है. उनके नाम का सुझाव पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिया था.
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नए राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया 15 जून से शुरू हो गई है. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 जून है. अगर जरूरी हुआ तो चुनाव 18 जुलाई और मतगणना 21 जुलाई को होगी.