राजधानी दिल्ली में पटाखों का असर, प्रदूषण का स्तर काफ़ी बढ़ा, रविवार, 7 नवंबर तक दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब रहेगी
नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली और उसके आसपास दिवाली की रात पटाखों का असर शुक्रवार की सुबह तब महसूस हुआ जब लोगों के गले और आंखों में जलन हुई।फिर भी राजधानी दिल्ली के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक पहुंच गया है। त्योहार मनाने के उन्माद में पटाखों के कारण खतरनाक स्तर और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में सुबह के आसमान में धुएं और प्रदूषण की मोटी चादर और पार्टिकुलेट मीटर (पीएम) 2.5 को 999 प्रति क्यूबिक मीटर मापा गया, जबकि पड़ोसी शहरों फरीदाबाद ,गाजियाबाद, गुड़गांव और नोएडा में यह 400 प्रति घन मीटर से अधिक था।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक रविवार तक हवा की गुणवत्ता में सुधार की संभावना नहीं है। केंद्र के मुताबिक रविवार शाम तक दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं होगा। हालांकि इसके सुधार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि रविवार, 7 नवंबर तक दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब रहेगी। हालांकि इसमें धीरे-धीरे सुधार होगा लेकिन दिल्ली में इस समय वातावरण बहुत प्रदूषित है। पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद ज्यादातर इलाकों में लोगों ने पटाखे जलाना और खेतों में पुआल जलाना भी शुरू कर दिया है, जिससे प्रदूषण भी बढ़ा है.