नोटबन्दी के समय दिखाए गए सपने आज तक पुरे नहीं हुए : कमलनाथ
8 नवम्बर, 2016 को 8:15 बजे 500 और 1000 के नोटों की नोटबंदी की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी।
मध्यप्रदेश 8 नवंबर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने पांच साल पहले नोटबन्दी के समय जो सपना दिखाया था जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
श्री कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा कि पांच साल पहले देश की जनता पर जो सपना थोपा गया था वह आज तक पूरा नहीं हुआ है.
बता दें कि 8 नवम्बर, 2016 की नोटबंदी : 8 नवम्बर, 2016 को 8:15 बजे 500 और 1000 के नोटों की नोटबंदी की घोषणा की गई। लोगों को आशा थी कि प्रधानमंत्री जी भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली नोक-झोक या दूसरे अहम मुद्दों पर बात करेंगे लेकिन नोटबंदी की घोषणा ने तो सभी को हिला कर रख दिया था।
कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री जी का समर्थन किया तो कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री जी का विरोध किया और नोटबंदी को खारिज करने की मांग की लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिन लोगों ने काले धन को छिपा कर रखा हुआ था वो सुनारों के पास जाकर उस धन से सोना खरीदने लगे। नोटबंदी की घोषणा के अगले दिन से ही बैंकों और एटीएम के बाहर लाईने लगनी शुरू हो गयीं।
सरकार ने काला धन निकालने के लिए बहुत प्रयत्न किये जैसे – बैंकों में नोटों को बदलवाने की संख्या में घटा-बढ़ी की गई, नए-नए कानून बनाए गये, नियमों को सख्ती से लागू किया गया। सरकार ने अपने निर्णय को सही साबित करने के लिए 50 दिन का समय माँगा। पुराने नोटों को बदलने के लिए 500 और 2000 के नए नोटों को चलाया गया।
आज नोटबन्दी के 5 साल गुज़रने पर नेताओं और लोगों द्वारा सरकार को निशाना बनाया जा रहा है जिस पर श्री कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा कि पांच साल पहले देश की जनता पर जो सपना थोपा गया था वह आज तक पूरा नहीं हुआ है.