पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के हालिया बयान और ट्वीट का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि सुशील मोदी और नीतीश कुमार संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं, लेकिन परिणाम शून्य है। मांझी ने भी कहा कि सुशील मोदी, नीतीश कुमार को लेकर बयानबाजी इसलिए करते हैं कि उन्हें लगता है कि जब तक नीतीश कुमार की राजनीति जिंदा है, तभी तक वह राजनीति में प्रसांगिक रहेंगे।
ज्ञात हो कि तेजस्वी यादव ने सुशील मोदी को नीतीश कुमार का आदमी कहा था। साथ ही कहा था कि यह बात बीजेपी में सभी लोगों को पता है।
अगले विधानसभा चुनाव में बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का चेहरा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे या नहीं, इसपर भारतीय जनता पार्टी में एक राय नहीं दिख रहा। नीतीश के समर्थन में सामने आए उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के बयान को पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी व मंत्री प्रेम कुमार व सीपी ठाकुर ने खारिज कर दिया है। लोक जनशक्ति पार्टी सुप्रीमो रामविलास पासवान ने नीतीश कुमार को ही एनडीए का चेहरा माना है।
सुशील मोदी के इस ट्वीट काे बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने खारिज कर दिया। कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, यह फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा। इस संबंध में सुशील मोदी के बयान को उन्होंने निजी विचार करार दिया। नीतीश सरकार में मंत्री व बीजेपी के वरीय नेता प्रेम कुमार ने भी कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा पार्टी अध्यक्ष व प्रधानमंत्री तय करेंगे।
इसके बाद गुरुवार को बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी ठाकुर ने भी सुशील मोदी के बयान का विरोध किया। उन्होंने कहा कि एेसे ममलों में पहले पार्टी फैसला करती है। हाल ही में संपन्न कोर कमेटी की बैठक में ऐसा कोई फैसला नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इन दिनों व्यस्त हैं। जब कोई फैसला हो जाए तो इस मामले पर बयान देना उचित होता। डॉ. ठाकुर ने यह भी कहा कि बिहार कैबिनेट में बीजेपी का प्रतिनिधि होने के नाते भी सुशील मोदी को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था।