नई दिल्ली। 14 अप्रैल 2019 को चुनाव आयोग की सिफारिश को स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति ने तमिलनाडु की वेल्लोर संसदीय सीट पर हुए चुनाव को रद्द कर दिया है। दरअसल यहां डीएमके उम्मीदवार काथिर आनंद के दफ्तर से भारी नगदी बरामद होने के बाद बाकी पार्टी के नेताओं ने चुनाव आयोग से सीट पर हुए चुनाव को रद्द करने और दोबारा चुनाव कराने की मांग की थी। ये रकम 11.53 करोड़ रुपये थी और सीमेंट के गोदाम में मिली थी जो कि उम्मीदवार से संबंधित था। आयकर विभाग ने कहा कि ‘ डिब्बों और टाट की थैलियों में जब्त की गई नकदी, वार्ड-वार तरीके से बड़े पैमाने पर वितरण लिए रखी हुई थी।
जिला पुलिस को डीएमके उम्मीदवार काथिर आनंद और पार्टी के अन्य दो पदाधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। 10 अप्रैल को आयकर विभाग की एक रिपोर्ट के आधार पर ये केस दर्ज किया गया था। इस दौरान आनंद के खिलाफ जनप्रतिनिधि कानून के तहत केस दर्ज किया गया है। उनपर ये आरोप लगा है कि उन्होंने अपने नामांकन पत्र में जो जानकारी दी है वह गलत है। वहीं दो अन्य श्रीनिवासन और दामोदरन पर रिश्वत के आरोप है। वेल्लोर की सीट पर दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होने है और इसमें केवल 2 दिन बाकी हैं।
आनंद के दफ्तर पर छापेमारी और नगद बरामदगी के बाद डीएमके ने कहा कि ये राजनीति से प्रेरित है। आनंद के पिता दुरई मुरुगन ने सोमवार को मद्रास हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कहा कि इस छापेमारी के चलते मेरा बेटा आनंद प्रचार करने में सक्षम नहीं है और उसे चुनाव से जुड़े काम करने से रोक दिया गया है, ये छापा अलोकतांत्रिक है। लेकिन अंत में इस सीट पर हुआ चुनाव रद्द करा दिया गया है। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि अब इस सीट पर चुनाव कब होगा।