महाराष्ट्र संकट पर थोड़ी देर में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है। इससे पहले रविवार को हुई सुनवाई में अदालत ने केंद्र, राज्य, अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस को नोटिस जारी किया था। सोमवार को अदालत में अजित पवार का पूर्व एएसजी मनिंदर सिंह और देवेंद्र फडणवीस का मुकुल रोहतगी पक्ष रखेंगे। इसके अलावा सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को राज्यपाल को सरकार बनाने के लिए समर्खन में मिले पत्र को पेश करने के लिए कहा था।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से रविवार को कहा था कि वह सोमवार को राज्यपाल का पत्र अदालत को सौंपे जिसमें देवेन्द्र फडणवीस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है। साथ ही अदालत ने केंद्र सरकार से कहा था कि वह भाजपा नेता द्वारा राज्य में सरकार बनाने के लिए किए गए दावे का पत्र भी अदालत के समक्ष पेश करे।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बहस की शुरुआत की। उन्होंने पूडा कि क्या जुडिशरी सरकार के फैसले का रिव्यू कर सकती है। मेहता ने कहा कि गवर्नर ने 24 अक्टूबर से लेकर 9 नवंबर तक इंतजार किया लेकिन कोई सरकार बनाने के लिए सामने नहीं आया। इसके बाद, सबको मौका दिया गया, लेकिन सरकार नहीं बनी तो राष्ट्रपति शासन लगाया गया।
सुनवाई से पहले मुकुल रोहतगी का बड़ा बयान…