मुंबई। लोकसभा चुनावों के बाद देश में एक बार फिर से राम मंदिर के निर्माण की सुगबुगहाट शुरू हो गई है। सोमवार को शिवसेना सांसद संजय राउत ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, हमारे लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सर्वोच्च न्यायालय के समकक्ष हैं और अयोध्या में अब मंदिर निर्माण होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि, फैसला बहुमत से लिया जाएगा। क्या 125 करोड़ लोगों की आवाज मायने नहीं रखती? सुप्रीम कोर्ट अपना काम करता रहेगा,लेकिन हमारे पास आगे बढ़ने के कई रास्ते हैं।
संजय राउत ने कहा हमारे लिए सुप्रीम कोर्ट क्या है? हमारे लिए सुप्रीम कोर्ट नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी, योगी जी और लोग हैं। चुनाव प्रचार के दौरान राम मंदिर, धारा 370 और समान नागरिक संहिता जैसे मुख्य मुद्दे उठाए गए थे। ये राष्ट्रीय हित के मुद्दे हैं और लोगों ने इन मुद्दों के आधार पर हमें वोट दिया। जनता ने उन्हें प्रमुख चौकीदार और मुख्य न्यायाधीश बनाया है। इसलिए शुभ घड़ी आ गई है और इस बार राम मंदिर बनकर ही रहेगा।
राउत ने कहा कि, राम मंदिर का निर्माण अब होगा। राम मंदिर निर्माण को कोई नहीं रोक सकता है। 2019 में एनडीए को प्रचंड बहुमत मिला है। राम मंदिर उन मुद्दों में से एक है। यही कारण है कि कोई भी इसे नहीं रोक सकता है, ना तो कानून और ना ही जो निर्माण के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि, केस चलता रहेगा। पूरा देश श्री राम का है। मोदी जी और योगी जी के नेतृत्व में, हम सभी श्री राम के निर्माण के लिए समर्पित हैं।
उन्होंने यहां तक कहा कि बीजेपी बार-बार मंदिर के नाम पर जनता से वोट नहीं मांग सकती। राउत ने बताया कि 16 जून को शिवसेना प्रमुख का अयोध्या आगमन है। हम लोगों को राम के आशीर्वाद से जनाधार मिला है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले भी यहां पर कई कार्यक्रम हुए। संजय राउत शाम में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने वाले हैं। पिछले दिनों राउत ने कहा था कि अगर मंदिर बनना शुरू नहीं हुआ तो लोगों का हम लोगों पर से विश्वास हट जाएगा। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर अब मंदिर निर्माण शुरू नहीं हुआ तो इस बार जनता जूतों से मारेगी।