नई दिल्ली : बीजेपी सांसद सनी देओल ने 2019 में पंजाब में गुरदासपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी, उस समय एक्टर दीप सिद्धू उनके सहयोगी हुआ करते थे,
सनी देओल ने पिछले साल दिसंबर में दीप सिद्धू के किसान आंदोलन में शामिल होने के बाद उससे दूरी बना ली थी, किसान रैल के दौरान लाल किले पर प्रदर्शनकारियों द्वारा धार्मिक झंडा फहराए जाने की घटना के दौरान दीप सिद्धू वहां मौजूद रहे.
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उन्होंने प्रदर्शनकारियों के इस कृत्य का यह कहकर बचाव किया कि उन लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज नहीं हटाया और केवल एक प्रतीकात्मक विरोध के तौर पर ‘निशान साहिब’ को लगाया था, ‘निशान साहिब’ सिख धर्म का प्रतीक है और इस झंडे को सभी गुरुद्वारा परिसरों में लगाया जाता है.
सनी देओल ने कहा कि उनसे उनका कोई लेना देना नहीं है, सनी देओल ने ट्वीट किया और लिखा है, ‘आज लाल किले पर जो हुआ उसे देख कर मन बहुत दुखी हुआ है.
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मैं पहले भी, 6 दिसंबर को, ट्विटर के माध्यम से यह साफ कर चुका हूं कि मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नही है, जय हिन्द.
बता दें कि सिद्धू ने फेसबुक पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में दावा किया कि वह कोई योजनाबद्ध कदम नहीं था और उन्हें कोई साम्प्रदायिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए जैसा कट्टरपंथियों द्वारा किया जा रहा है.
सिद्धू ने कहा नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध दर्ज कराने के लिए, हमने ‘निशान साहिब’ और किसान झंडा लगाया और साथ ही किसान मजदूर एकता का नारा भी लगाया.