कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्वोत्तर में जारी हिंसा पर मोदी सरकार और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। सोनिया गांधी ने कहा है कि अमित शाह नॉर्थ-ईस्ट जाने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे हैं। दरअसल, नागरिकता कानून को लेकर देशभर में कई जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है। पूर्वोत्तर के राज्यों में नागरिकता कानून को लेकर हिंसक झड़प के मामले सामने आए हैं।
उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार स्वयं हिंसा प बंटवारे की जननी बन गई है। सरकार ने देश को नफरत और अंधी खाई में धकेल दिया है तथा युवाओं के भविष्य को आग की भट्ठी में झुलसा दिया है। सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार में बैठे हुक्कमरान ही जब हिंसा करवाएं, संविधान पर आक्रमण करें, देश के युवाओं को बेरहमी से पिटवाएं, कानून की धज्जियां उड़ाएं तो फिर देश चलेगा कैसे?
सोनिया ने आरोप लगाया कि नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी विभाजनकारी नीति है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार और उसके मंत्री पूरे देश के युवाओं को उग्रवादी, नक्सलवादी, अलगाववादी, देशद्रोही साबित करने में व्यस्त है।’
उन्होंने कहा कि असम, त्रिपुरा और मेघालय आज जल रहे हैं और असम में पुलिस फायरिंग में चार युवाओं की मौत हो चुकी है। अमित शाह में उत्तर पूर्व जाने की हिम्मत नहीं है और बांग्लादेश के विदेश मंत्री और जापान के प्रधानमंत्री ने भी अपना भारत दौरा रद्द कर दिया है।
इससे पहले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि देश की हालत बहुत गंभीर हो गई है। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि अपने घरों से बाहर निकलें और इसके खिलाफ आंदोलन करें। देश को बचाना है तो हमें संघर्ष करना होगा। अब वक्त आ गया है कि घरों से निकलिए और आंदोलन कीजिए।