शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न हाथ से जाने के बाद महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे को एक और बड़ा झटका लगा है। उनके करीबी और ठाकरे गुट के बड़े नेता सुभाष देसाई के बेटे भूषण देसाई सोमवार को सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हो गए हैं।
भूषण देसाई के पार्टी में शामिल होने के बाद एकनाथ शिंदे ने कहा कि विधानसभा सत्र चल रहा है। यहां हमारा सेशन चालू है और भूषण सुभाष देसाई हमारे साथ शामिल हो गए हैं। बालासाहेब के विचार पर चलने वाली सरकार महाराष्ट्र में है। कई दलों के लोग हमसे जुड़ रहे हैं।
शिंदे ने आधिकारिक तौर पर पार्टी कार्यालय ‘बालासाहेब भवन’ में भूषण का स्वागत किया। अब, मुख्यमंत्री ने एक और शिवसेना परिवार को दो गुटों में विभाजित कर दिया है। उद्धव के कुछ भाइयों और भतीजों ने शिंदे का समर्थन किया है, जबकि कुछ मातोश्री के प्रति वफादार रहते हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बाला साहब के विचार पर चलने वाली महाराष्ट्र में सरकार है। उन्होंने कहा कि जब हम अलग होने का फैसला कर रहे थे तब हमारे साथ 40 विधायक और 13 सांसद थे। लेकिन बाद में कई लोग हमसे जुड़े हुए हैं।
उधर बीएमसी इलेक्शन से पूर्व उद्धव ठाकरे के करीबी के बेटे भूषण देसाई के एकनाथ शिंदे खेम से जुड़ना काफी बड़ा कदम के तौर पर देखा जा सकता है। गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे के बागी तेवर अपनाने के बाद महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। इसके बाद राज्य की सियासत में भूचाल आ गया था। फिर एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना ने भाजपा के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाई।