मुंबई: महाराष्ट्र में साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सीएम पद को लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है। दोनों तरफ से इस पद पर दावा जताया रहा है। गुरुवार को शिवसेना के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को सीएम बनाने की मांग की। उन्होंने संकेत दिया है कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे और युवा सेना के प्रमुख आदित्य संभावित मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं।
संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र आदित्य ठाकरे को राज्य के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा कि लोग चाहते हैं कि ठाकरे जूनियर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ें। उन्होंने आगे कहा कि ये उद्धव ठाकरे पर निर्भर करता है कि आदित्य चुनाव लड़ेगे या नहीं। लेकिन महाराष्ट्र को नए और जीवंत विचारों वाले युवा सीएम की जरूरत है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने वाले हैं।
अगर आगामी विधानसभा चुनाव में 28 साल के आदित्य ठाकरे चुनाव लड़ते हैं तो वो ठाकरे परिवार की तरफ से 53 साल में पहले ऐसे व्यक्ति होंगे जो चुनाव लड़ेगा। राउत ने कहा कि आदित्य ठाकरे शिवसेना की आगामी विधानसभा की तैयारियों से जुड़े हुए हैं, ताकि अधिकतर उम्मीदवारों को जिताया जा सके। इस बात की भी अटकलें थीं कि भाजपा-शिवसेना की सरकार अगर दोबारा आती है तो आदित्य ठाकरे उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं। इस पर राउत ने कहा कि ठाकरे डिप्टी का पद नहीं लेते हैं। परिवार का एक सदस्य हमेशा प्रमुख होता है। परिवार की राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में प्रतिष्ठा है।
साल 2014 में बीजेपी और शिवसेना ने महाराष्ट्र में अलग-अलग विधानसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन चुनाव बाद शिवसेना ने बीजेपी को समर्थन दिया और सरकार में शामिल हुई। पांच साल पहले बीजेपी सबसे पार्टी बनकर उभरी थी। बीजेपी को तब सबसे अधिक 122 सीटें मिली थी लेकिन वो बहुमत से दूर रह गई थी। शिवसेना को 63 सीटें मिली थी। बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस बाद में सीएम बने थे।