नई दिल्ली: महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है। भाजपा जहां सीएम पद को लेकर किसी समझौते के मूड में नहीं दिख रही है तो वहीं शिवसेना ने साफ कहा है कि साझे में सरकार चलानी है तो ढाई साल के लिए सीएम पद भाजपा और ढाई साल उनके पास रहेगा तो वहीं इस मसले पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का भी बड़ा बयान सामने आया है।
बता दें कि शिवसेना राज्य में ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री चाहती है। शिवसेना कार्यकर्ता वर्ली विधानसभा सीट से पहली बार चुनाव लड़ने और जीतने वाले आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री के तौर देखना चाहते हैं। इसके लिए मातोश्री (ठाकरे आवास) के बाहर पोस्टर भी नजर आए थे।
अठावले ने कहा, ‘मेरा फॉर्मूला है कि भाजपा और शिवसेना साथ आएं क्योंकि उनके साथ जनता का जनादेश है। एनडीए को उतनी सीटें नहीं मिली जितनी की उम्मीद थी लेकिन उसके पास बहुमत है। निश्चित रूप से मुख्यमंत्री पद का दावा भाजपा का है। शिवसेना का कहना है कि उन्हें केवल 124 सीटें दी गई थीं। उन्हें केंद्र में मंत्री पद भी दिया जा सकता था।’
केंद्रीय मंत्री ने कहा,‘‘मैं दोनों पक्षों से बात करूंगा और बातचीत के जरिए इस मुद्दे को हल करने के लिए कहूंगा।मुझे उम्मीद है कि अगले चार-पांच दिनों में फैसला हो जाएगा।’’ महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलाहै। भाजपा के 105 और शिवसेना के 56 विधायक हैं।
फडणवीस ने कहा- अगले 5 साल भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार चलेगी
26 अक्टूबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफ कर दिया कि राज्य में अगले पांच साल भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार चलेगी। उन्होंने कहा कि हम चुनाव में गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे हैं। हम राज्य को भाजपा के नेतृत्व में स्थिर गठबंधन की सरकार देंगे। फडणवीस का यह बयान ऐसे समय पर आया था जब शिवसेना के कुछ नेताओं ने मांग की है कि राज्य मेंढाई साल शिवसेना और ढाई साल भाजपा का मुख्यमंत्री बने।