महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना को समर्थन देने पर सोमवार को कांग्रेस और राकांपा के शीर्ष नेताओं की बैठकें हुईं। इसबीच, शिवसेना के मंत्री अरविंद सावंत ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। समर्थन को लेकर सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कार्यसमिति कोई निर्णय नहीं ले पाई। अब कांग्रेस ने राज्य के वरिष्ठ नेताओं को चर्चा के लिए शाम 4 बजे दिल्ली बुलाया है। राकांपा ने कोर कमेटी की बैठक के बाद कहा कि हमारे विधायक सरकार बनाने के पक्ष में हैं, लेकिन कांग्रेस के बगैर कोई फैसला नहीं लेंगे। राज्यपाल ने शिवसेना को संख्या बल बताने के लिए शाम 7:30 बजे तक का वक्त दिया है। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे सत्ता का समीकरण बनाने में पूरा जोर लगा रहे हैं। वे शरद पवार से मिलने पहुंचे हैं।
हालांकि, कांग्रेस की वर्किंग कमेटी में शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर फैसला नहीं हो पाया है। एनसीपी ने कहा है कि कांग्रेस के निर्णय के बाद ही वह कोई फैसला लेगी। अब नजरें कांग्रेस की शाम चार बजे होने वाली उस बैठक पर टिक गई हैं जिसमें शिवसेना को समर्थन देने पर कोई निर्णय हो सकता है।
अब कांग्रेस के फैसले पर टिका दारोमदार
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बैठक में महाराष्ट्र में सरकार गठन के मसले पर चर्चा हुई। हम शाम को महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक करेंगे उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। दूसरी ओर एनसीपी नेता नवाब मलिक नवाब मलिक ने कहा कि राकांपा सरकार बनाने के लिए तो तैयार है लेकिन पवार साहब ने तय किया है कि कांग्रेस के निर्णय लेने के बाद ही पार्टी कोई फैसला लेगी। अब हम कांग्रेस के फैसले का इंतजार करेंगे। हमने कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ा था और साथ ही इस मसले पर कोई फैसला लेंगे।