केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेता और पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा मोदी कैबिनेट में ऐसे नेता के तौर पर जाने जाते हैं। जिन्होंने हमेशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के खिलाफ बगावती सुर छेड़े हैं।
बीते 4 सालों से ही शत्रुघ्न सिन्हा ने उन तमाम नीतियों पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है जिसपर बीजेपी ने देश के विकास करने के दावे किए हैं। अब बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार फिर निजी चैनल पर मीडिया से बातचीत करते हुए बगावती तेवर अपनाए हैं। शत्रुघ्न सिन्हा का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी में पहले लोकशाही हुआ करती थी लेकिन अब मोदी सरकार के कार्यकाल में यह लोकशाही नहीं रही बल्कि तानाशाही का रूप ले चुकी है।

एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने बीजेपी को अपनी पार्टी बताते हुए कहा कि उन्होंने कभी पार्टी के खिलाफ नहीं बोला, अब भी पार्टी के खिलाफ नहीं बोल रहे हैं, बल्कि पार्टी को आइना दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा, “सच बोलता रहा हूं और बोलता रहूंगा।”
इस दौरान बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा है कि कांग्रेस के अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी में बहुत ही कम समय में जो परिपक्वता आई है उससे अन्य पार्टी के अध्यक्षों को सीखना चाहिए।

इसके साथ ही शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि वह शुरू से ही गांधी परिवार के फैन रहे हैं। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से लेकर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी तक का मैं हमेशा से ही प्रशंसक रहा हूं और अब राहुल गांधी का प्रशंसक भी बन गया हूं।
इसके साथ शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को बीजेपी द्वारा उचित सम्मान ना दिए जाने पर भी नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि बीजेपी में आज वन मैन शो टू मैन आर्मी का माहौल बना हुआ है। उन्होंने बीजेपी पर व्यक्तिवाद चलने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी अब पहले वाली नहीं रही।