कोलकाता: करोड़ों रुपये के सारदा चिट फंड घोटाले मामले में सीबीआई ने कल कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार को तलब किया था। सीबीाई ने उन्हें साल्ट लेक स्थित कार्यालय में सुबह 10 बजे पेश होने के लिए कहा था। लेकिन राजीव कुमार शनिवार को कार्यलय नहीं पहुंचे। सीबीआई अधिकारी शनिवार शाम तक उनका इंतजार करते रहे। सारदा चिटफंड घोटाले के सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप झेल रहे आईपीएस राजीव कुमार ने शाम को ई-मेल कर सीबीआई को सूचित किया कि वे छुट्टी पर हैं। इसलिए नहीं जा पा रहे हैं। उन्हें एक महीने की मोहलत दी जाए।
आदेश आने के साथ ही सीबीआई की टीम भी सक्रिय हो गई और डिप्टी पुलिस कमिश्नर के दफ्तर पहुंची। इसी जगह पर राजीव कुमार का भी घर है। सीबीआई ने यहां नोटिस चिपकाकर राजीव कुमार को शनिवार को सीबीआई दफ्तर में हाजिर होने को कहा है।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि जांच एजेंसी की आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारी कुमार के आधिकारिक आवास पर उनकी हाजिरी दर्ज करने पहुंचे थे। उच्च न्यायालय ने 30 मई 2019 के आदेश के मुताबिक अधिकारी वहां पहुंचे थे और उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया था।
अदालत ने उनकी उस याचिका को भी खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने मामले में पूछताछ के लिये सीबीआई के नोटिस को रद्द करने का अनुरोध किया था।
राजीव कुमार अभी पश्चिम बंगाल सीआईडी में अतिरिक्त महानिदेशक हैं। वह उच्चतम न्यायालय द्वारा 2014 में चिटफंड के दूसरे मामलों के साथ इस मामले को भी सीबीआई को सौंपे जाने से पहले पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल का हिस्सा थे।
शारदा समूह की कंपनियों ने कथित तौर पर लाखों लोगों को उनके निवेश पर भारी मुनाफे का झांसा दे करीब 2500 करोड़ रुपये का चूना लगाया।