नई दिल्ली 04 दिसम्बर । जाने-माने पत्रकार विनोद दुआ का शनिवार को यहां अपोलो अस्पताल में निधन हो गया।
उनकी उम्र 67 साल थी। उनके परिवार में उनकी दो बेटियां हैं।
दुआ की बेटी मलाइका दुआ ने कहा कि उनके पिता का निधन शाम करीब साढ़े चार बजे हुआ।
उन्हें कल दोपहर यहां लोधी कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा।
कुछ दिन पहले लीवर में संक्रमण के कारण परमानंद अस्पताल में भर्ती हुए दुआ का पिछले पांच दिनों से अपोलो अस्पताल के आईसीयू में इलाज चल रहा है. श्री दुआ मई में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। उसके बाद से उनका स्वास्थ्य लगातार गिर रहा है। उनकी पत्नी चीना दुआ की 11 जून को कोविड 19 के संक्रमण से मौत हो गई थी।
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विनोद दुआ एक हंसमुख और जीवंत पत्रकार, श्री दुआ देश की पहली पीढ़ी के टेलीविजन पत्रकारों में प्रमुख नामों में से एक थे। उन्होंने दूरदर्शन, एनडीटीवी और सहारा न्यूज चैनल के लिए काम किया। उन्हें 1996 में राम नाथ गोयनका पत्रकारिता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था और यह पुरस्कार पाने वाले वे पहले टीवी पत्रकार थे। उन्हें 2008 में मनमोहन सिंह सरकार के दौरान पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
श्री दुआ ने एनडीटीवी के संस्थापक डॉ. परनो राय के साथ दूरदर्शन पर एक लंबा चुनाव विश्लेषण कार्यक्रम प्रस्तुत किया। 1985 में उन्होंने सरकार के मंत्रियों को सीधे सवालों का कार्यक्रम पेश किया जिसे ‘जनवाणी’ कहा जाता है।
मिस्टर दुआ का जन्म 11 मार्च 1954 को हुआ था।
भारत विभाजन के दौरान पाकिस्तान के डेरा इस्माइल खान से दिल्ली आया था। उन्होंने दिल्ली के हंस राज कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में एमए किया।