भोपाल: मध्य प्रदेश के धार जिले में पुलिस कॉन्स्टेबलों की भर्ती विवादों में पड़ गई है। हाल ही में चयनित हुए पुलिस कॉन्स्टेबलों के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान आरक्षित वर्ग के चयनित उम्मीदवारों के सीने पर ही उनका वर्ग यानी एससी-एसटी दर्ज कर दिया गया।
धार जिले में पिछले दिनों आरक्षकों की भर्ती का अभियान चला और इन दिनों उनका स्वास्थ्य परीक्षण चल रहा है। इस प्रक्रिया के दौरान यहां आए उम्मीदवारों की पहचान के लिए जिला अस्पताल ने एक अनोखा तरीका अपनाया है। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के सीने पर ही उनका वर्ग दर्ज कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने बताया कि नव आरक्षकों का स्वास्थ्य परीक्षण चल रहा है, पिछली बार किसी तरह की चूक हो गई थी, इसके चलते अस्पताल प्रबंधन ने ऐसा किया होगा।
आपको बता दें कि सामान्य और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिये 168 सेमी. और एससी-एसटी के लिये 165 सेमी. लंबाई तय है। यहां आए उम्मीदवारों की पहचान के लिए जिला अस्पताल ने ये तरीका निकाला और आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के सीने पर ही उनका वर्ग दर्ज कर दिया गया है।
कुछ दिनों पहले महिला आरक्षकों की परीक्षा में गड़बड़ी के बाद इन दिनों व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। इस मामले में सीएमओ डॉ. आरसी पनिका ने कहा ये मुझे मालून नहीं है इन दिनों मेडिकल चल रहा है लेकिन किसी भी कैंडिडेट के शरीर पर एससी-एसटी लिखा है तो ये गंभीर है।
उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों किया गया, इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। यही बात पुलिस अधीक्षक बिरेन्द्र सिंह ने भी कही है।