नई दिल्ली: राज्यसभा में नागरिकता संसोधन बिल पर बोलते हुए कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने कहा कि इस बिल संविधान निर्माता दुखी होंगे। शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, सरदार पटेल और दूसरी वो हस्तियां जिन्होंने संविधान बनाया और देश की आजादी की लड़ाई लड़ी उनकी आत्मा इस बिल से दुखी होगी।
आपने बंटवारे का दोष कांग्रेस के उन नेताओं पर लगाया जिन्होंने सालों जेल में बिताए। हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग ने बंटवारे का समर्थन किया, कांग्रेस तो हमेशा उसके विरोध में थी। आप कहते हैं राजनीति नहीं होनी चाहिए तो यह राजनीति भी नहीं होनी चाहिए।
आनंद शर्मा ने कहा कि आप कह रहे हैं कि यह बिल ऐतिहासिक है, लेकिन यह समय बताएगा कि यह बिल ऐतिहासिक है या नहीं। इस बिल को लेकर सरकार इतनी जल्दबाजी क्यों कर रही है? सरकार ऐसा दिखाने की कोशिश कर रही है कि न जाने कौन सी विपदा आ गई है और जल्दबाजी में इस बिल को लाया जा रहा है।”
कांग्रेस सांसद ने कहा, “इस बिल के जरिए भारत के लोकतंत्र के हमला किया गया है। यह भारत के संविधान के खिलाफ है। यह संविधान द्वारा प्रदान किए गए मौलिक अधिकारों के खिलाफ है। इस लिए मैं इस विधेयक के खिलाफ खड़ा हूं।”
देश में असुरक्षा की भावना
आनंद शर्मा ने गृह मंत्री अमित शाह से पूछा कि पूरे देश में असुरक्षा की भावना है। नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) की चर्चा हो रही है। कई जगहों पर जमीन ले लिया गया है। क्या आप पूरे देश में डिटेंशन सेंटर बना रहे है। ये जर्मनी के कॉन्संट्रेशन कैंप (नाजी कैंप) की याद दिला रहे हैं।
नागरिकता संशोधन विधेयक का देश के कई हिस्सों, खासतौर से पूर्वोत्तर में भारी विरोध हो रहा है। वहीं विपक्षी दल और कई संगठन भी इसका विरोधकर रहे हैं। कांग्रेस, वामदलों, टीएमसी, द्रमुक, राजद, सपा, बसपा ने बिल का विरोध किया है।