रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने शनिवार को कहा कि रूसी पक्ष संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान काला और बाल्टिक सागर में रूस के खिलाफ किए गए आतंकी हमलों की ओर दिलाना चाहता है। प्रवक्ता ने कहा, इन हमलों में ब्रिटेन की संलिप्तता भी सामने आई है।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि ब्रिटिश नौसेना इकाई के प्रतिनिधियों ने बाल्टिक सागर में नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइनों को उड़ा दिया। वे इस घटना को ‘आतंकवादी हमला’ बता रहे हैं। रूस ने ये आरोप सीधे तौर पर नाटो के एक प्रमुख सदस्य पर लगाया है, जिसमें महत्वपूर्ण रूसी बुनियादी ढांचे में तोड़फोड़ करने का आरोप है। इस पर ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने हमलों पर रूस के ‘झूठे दावों’ की निंदा की।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने ब्रिटेन के तोड़फोड़ की कार्रवाई में शामिल होने के अभी कोई सुबूत पेश नहीं किए हैं। लेकिन दावा किया है कि वारदात में नौ एरियल ड्रोन और सात मरीन ड्रोन शामिल थे। 26 सितंबर को पोलैंड के नजदीक बाल्टिक सागर में नार्ड स्ट्रीम वन और नार्ड स्ट्रीम टू गैस पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हुई थीं। इनमें से पहली पाइपलाइन से बीते दिनों में यूरोप को गैस की आपूर्ति होती थी जबकि दूसरी तैयार पाइपलाइन से कभी भी गैस की आपूर्ति नहीं हुई, हालांकि उसमें गैस भरी हुई थी।