नई दिल्ली: चुनावों में दलितों को लुभाने के लिए बीजेपी ने अपने दांव-पेंच लगाने शुरू कर दिए हैं, लेकिन हाल ही में उनका ये दांव उल्टा पड़ गया, जब बीजेपी राज्य मंत्री की सच्चाई जनता के सामने आ गई। योगी सरकार के मंत्री अलीगढ में दलित के घर खाना खाने पहुंचे थे, लेकिन जो खाना उन्होंने खाया वह दलित शख्स के घर पर बना ही नहीं, उसे होटल से मंगवाया गया था। जिससे योगी सरकार की काफी किरकिरी हुई थी।
इसे मामले में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बीजेपी नेताओं को नसीहत दी है। उन्होंने कहा है की सिर्फ दलितों के घर जाकर खाना खाने से कुछ नहीं होगा, उन्हें भी अपने घरों पर खाने के लिए बुलाये। ये बात सरसंघचालक मोहन भागवत ने दिल्ली में हुई संघ की एक बैठक में कही है।
इस बैठक में उन्होंने पूछा कि अष्टमी पर हम दलित समाज की कन्याओं को घर पर बुलाकर पूजते हैं, लेकिन क्या अपने घर की कन्याओं को उनके घर भेजते हैं?
उन्होंने कहा है कि दलित प्रेम एकतरफा नहीं होना चाहिए। समरसता अभियान तभी सफल होगा, जब दलित भी हमारे घर पर आएंगे।
गौरतलब है की बीते कुछ दिनों में बीजेपी के कई नेता दलितों के घर खाना खाने जा रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के कई नेता भी वरिष्ठ नेता दलितों के घर खाना खा चुके हैं। इस दौरान कई नेताओं पर दलित प्रेम का ढोंग रचने की भी आरोप लगे हैं।
सीएम योगी के दलित के घर खाना खाने को लेकर भी विवाद हुआ था। तब कहा गया था कि योगी के लिए रोटी उनकी ही मंत्री स्वाति सिंह ने ही बनाई थी, जोकि ठाकुर जाति से आती हैं, जिसको लेकर बसपा ने योगी पर निशाना साधा था।