देश के हिंदूवादी संगठन आरएसएस के एक दफ्तर में छापेमारी के दौरान हथियार बरामद होने की खबर सामने आई है। खबर के मुताबिक केरल पुलिस ने बीते सप्ताह नेदुमंगद के स्थानीय पुलिस स्टेशन पर आरएसएस कार्यकर्ताओं के हमले के बाद छापेमारी की थी। दरअसल हाल ही में केरल के सबरीमाला मंदिर विवाद के चलते राज्य में हिंदूवादी संगठनों और बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए उग्र प्रदर्शन के बाद से ही पुलिस काफी सतर्क नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश के विरोध में राज्य भर में कई सारे प्रदर्शन किए जा रहे थे।

पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से यह पता चला कि आरएसएस का जिला प्रचार प्रवीण पुलिस स्टेशन पर बम से हमला कर रहा था और इस घटना को अंजाम देकर वह वारदात स्थल से तुरंत फरार हो गया। पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने आरएसएस दफ्तर पर छापेमारी की थी। जिस में पता चला कि प्रवीण ने पुलिस स्टेशन पर हमले के बाद वहां शरण ली। बता दें कि सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के विरोध में 5 जनवरी को भाजपा-आरएसएस और सत्तारूढ़ माकपा कार्यकर्ताओं की हिंसा में राजनीतिक रूप से संवेदनशील उत्तरी केरल का कन्नूर जिला झुलसता रहा। इसी दौरान आरएसएस के जिला प्रचारक का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया। जिसमें आरएसएस प्रचारक नेदुमंगद पुलिस स्टेशन में बम से हमला कर रहा है।

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक इस हमले में कम से कम पांच लोग घायल हो गए। इस घटना की एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। करीब एक मिनट की इस वीडियो में नजर आ रहा है कि शख्स हाथ में बम लेकर पुलिस स्टेशन पर फेंक रहा है। उसके साथ कुछ लोग और भी नजर आ रहे हैं। एक शख्स कई बार बम फेंक रहा था। जिसके बाद गई पुलिस ने आरएसएस दफ्तर पर छापेमारी की थी। आरएसएस दफ्तर से हथियारों के बरामद होने पर पत्रकार रोहिणी सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्विटर पर इस ख़बर को शेयर करते हुए लिखा, “सोचिए कितना बवाल होता अगर यह हथियार एक मुस्लिम संगठन के यहां से बरामद होते”!