नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा बिहार की दो लोकसभा सीटों, काराकाट और उजियारपुर से चुनाव लड़ेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा मौजूदा समय में काराकट सीट से सांसद हैं। कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी बिहार में कांग्रेस, राजद, हम और वीआईपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है, जिसमें उनको राज्य की 40 में से पांच सीटें मिली हैं। पांच में से दो सीटों पर अध्यक्ष ने खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
आरएलएसपी को गठबंधन में जो पांच सीटें दी गई हैं उनमें पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, उजियारपुर, काराकाट और जमुई की सीटें हैं। उजियारपुर में चौथे चरण में 29 अप्रैल को चुनाव होना है जबकि काराकाट सीट पर सातवें चरण में 19 मई को वोट डाले जाएंगे। बिहार की 40 सीटों के लिए सभी सात चरण में चुनाव होगा और 23 मई को नतीजों का ऐलान होगा। बिहार की ज्यादातर सीटों पर गठबंधन का सीधा मुकाबला एनडीए (भाजपा, लोजपा, जदयू) से माना जा रहा है।
उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा 2014 में एनडीए का हिस्सा थी, तब उन्होंने भाजपा और लोजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। जिसके बाद वो केंद्र में मंत्री भी बने लेकिन बाद में वो एनडीए से अलग होकर राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन का हिस्सा बन गए। गठबंधन में उनको पांच जबकि राजद सबसे ज्यादा 19 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं, कांग्रेस को नौ, जीतनराम मांझी की पार्टी ‘हम’ पार्टी को तीन और मुकेश सहनी की वीआईपी को तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है। शरद यादव आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
आज कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में भी सीटों का एलान किया जिसमें राजा पटेरिया नाराज हूँ। राजा पटेरिया इलाके के कद्दावर नेता हैं और दमोह के साथ खजुराहो लोकसभा क्षेत्र से टिकट के दावेदार हैं। कांग्रेस ने पिछले चुनाव में उन्हें खजुराहो सीट से उम्मीदवार बनाया था। लेकिन, उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। अब टिकट का आसरा देख रहे पटेरिया के अंदर टिकट कटने का डर बैठ गया है, लिहाजा दिल के दर्द होठों पर आ गए।