नई दिल्ली : कोलकाता में ‘जयश्री राम’ के नारे लगने के बाद राजनीति के गलियारों में हलचल तेज है, सीएम ममता ने जहां मंच से ही इस बात पर आपत्ति जताई.
टीमएसी की सांसद नुसरत जहां ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया है, उन्होंने इस मामले में ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंति के उपलक्ष्य में हो रहे एक सरकारी कार्यक्रम में ‘जय श्री राम’ के नारे लगे, जिसके बाद से बंगाल की राजनीति में यह मुद्दा गर्म हो गया है.
नुसरत जहां ने लिखा राम का नाम गले लगाके बोले ना कि गला दबाके, स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125 जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित सरकारी समारोह में राजनीतिक और धार्मिक नारेबाजी की सख्ती से आलोचना करती हूं.
सीएम ममता ने जैसे ही भाषण देने के लिए माइक की ओर बढ़ी, वैसे ही कार्यक्रम में शामिल कुछ लोगों ने जय श्रीराम और भारत माता के नारे लगाने शुरू कर दिए.
इससे सीएम ममता नाराज हो गईं और भाषण देने से मना कर दिया, हालांकि लोगों के शांत होने के बाद थोड़ा ही भाषण दिया.
सीएम ममता ने कहा कि सरकारी कार्यक्रम की गरिमा का सबको ध्यान रखना चाहिए, सरकारी कार्यक्रम में कुछ गरिमा होनी चाहिए और यह किसी ऐसे व्यक्ति का अपमान करना उचित नहीं है जिसे आपने आमंत्रित किया है.
सीएम ममता ने अपनी संक्षिप्त टिप्पणी में कहा कि यह एक सरकारी कार्यक्रम था न कि किसी राजनीतिक दल का.