नई दिल्ली: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा भेजे गए नोटिस के बाद उनके चचेरे भाई और सत्तारूढ़ सहयोगी शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे उनके समर्थन में उतर आए हैं। ईडी ने एक मामले की जांच के सिलसिले में राज ठाकरे को सम्मन जारी करते हुए गुरुवार को पेश होने को कहा है। उद्धव ठाकरे ने अपने आवास पर मीडियाकर्मियों से यह कहते हुए अपना परोक्ष समर्थन जाहिर किया कि ईडी द्वारा उनसे (राज ठाकरे से) पूछताछ में कुछ भी नहीं निकलेगा।
उद्धव ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि ईडी द्वारा उनसे (राज ठाकरे) कल की जाने वाली पूछताछ से कोई नतीजा निकलेगा।” ईडी के कदम को पहले प्रतिशोध का कारण बताने वाले मनसे के प्रवक्ता संदीप देशपांडे ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य के सभी लोग इस बात को जानते हैं कि इस मामले में कुछ भी नहीं है और राज ठाकरे इससे अछूते रहेंगे। उद्धव ने यह टिप्पणी इगतपुरी से कांग्रेस विधायक निर्मला गावित के शिवसेना में शामिल होने के मौके पर की।
वहीं राज ठाकरे ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन न करें और वो गुरुवार को ईडी ऑफिस पर भी ना जुटें। पार्टी के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि एमएनएस ने बृहस्पतिवार को प्रस्तावित ठाणे बंद को भी वापस ले लिया है। इससे पहले एमएनएस प्रवक्ता संदीप देशपांडे ने कहा ता था कि सरकार अगर ठाकरे के खिलाफ पूर्वाग्रह के साथ कार्रवाई करती है तो पार्टी सड़कों पर प्रदर्शन करेगी।
शिवसेना प्रमुख और राज ठाकरे के चचरे भाई उद्धव ठाकरे ने मामले पर कहा है कि आरोप निराधार निकलेंगे। उद्धव ने राज का समर्थन करते हुए कहा कि ईडी की जांच में कुछ भी सामने नहीं आएगा।
बता दें कि इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग ऐंड फाइनैंशल सर्विसेज (आईएलएऐंडएफएस) घोटाले की जांच के सिलसिले में ईडी ने ठाकरे को समन किया है। आईएलऐंडएफएस के कोहिनूर सीटीएनएल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी में 450 करोड़ रुपये से अधिक के कर्ज एवं इक्विटी निवेश से जुड़ी कथित अनियमितताओं की ईडी जांच कर रही है। कोहिनूर सीटीएनएल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी मुंबई के दादर इलाके में कोहिनूर स्क्वेयर टावर का निर्माण कर रही है। इसी मामले में राज को समन भेजा गया है।