नरेंद्र मोदी सरकार में रेल राज्य मंत्री राजेन गोहाईं पर एक महिला ने रेलवे विभाग में नौकरी दिलाने के बहाने बलात्कार करने और धमकी देने के आरोप लगाए हैं. महिला ने मंत्री गोंहाई के ख़िलाफ़ असम के नगांव थाने में एक एफ़आईआर दर्ज करवाई है.
नगांव ज़िले के पुलिस अधीक्षक शंकर रायमेधी ने मीडिया को बताया, “एक महिला ने केंद्रीय रेल राज्य मंत्री के ख़िलाफ़ यौन शोषण करने की शिकायत दर्ज की है. हमने एक मामला दर्ज किया है. शिकायतकर्ता ने खुद और उसकी बहन का नाम एफ़आईआर में पीड़िता के रूप में उल्लेख किया है.”
पुलिस ने केंद्रीय मंत्री के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 417 (धोखाधड़ी), 376 (बलात्कार) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत एक मामला (संख्या 2592/18) दर्ज किया हैं. जानकारी के अनुसार एफआईआर बीते 1 अगस्त को दर्ज कराई गई थी लेकिन यह मामला 10 अगस्त को सामने आया.
ब्लैकमेलिंग करने की शिकायत
शिकायत करने वाली महिला ने मीडियाकर्मियों के समक्ष दावा किया है कि उनके पास मंत्री की एक ऐसी ऑडियो रिकार्डिंग भी है जिसमें मंत्री उनके साथ बहुत बुरी तरह से बर्ताव करते सुने जा सकते है.
पुलिस के एक अन्य शीर्ष अधिकारी ने बताया कि मंत्री के बेटे की तरफ़ से भी महिला और उसके परिवार के ख़िलाफ़ ब्लैकमेलिंग करने की शिकायत दर्ज कराई गई है. ऐसी चर्चा भी सामने आ रही है कि कथित पीड़ित महिला पर मामला वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा हैं.
पुलिस के अनुसार एफआईआर में पीड़िताओं ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री गोंहाई नौकरी दिलवाने के नाम पर करीब सात-आठ महीने से उनका यौन शोषण कर रहे थे, लेकिन बाद में मंत्री ने फ़ोन कॉल का जवाब देना बंद कर दिया और नंगाव स्थित अपने निवास पर इन महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगा दी.
‘राजनीतिक साज़िश’
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राजेन गोंहाई साल 1999 से नगांव लोकसभा सीट से सांसद है.
नई दिल्ली में मौजूद मंत्री ने बलात्कार के इन आरोपों का जबाव देते हुए शनिवार को एक बयान में कहा है कि ये तमाम आरोप उनके ख़िलाफ़ एक राजनीतिक साजिश है.
उन्होंने कहा, “मामले की जांच चल रही है. ईश्वर मेरे साथ है. वो देख रहा है. समय के साथ, सच्चाई सामने आ जाएगी. यह साबित हो जाएगा कि कौन सही है और कौन ग़लत है. मुखौटा उन लोगों के चेहरों से भी उतर जाएगा जो मेरे ख़िलाफ़ इस राजनीतिक साजिश में शामिल हैं.”
असम प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अपूर्व भट्टाचार्य ने कहा, “हम मामले की निष्पक्ष जांच के लिए केंद्र सरकार से संबंधित मंत्री को तत्काल हटाने की मांग करते हैं. पीड़िता को न्याय दिलाना होगा और अगर राजेन गोंहाई मंत्री बने रहे तो वे अपने रुतबे से जांच को प्रभावित कर सकते हैं.”