नई दिल्ली। राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। राहुल ने बुधवार को साफ किया कि वो अब पार्टी अध्यक्ष नहीं हैं। अगला अध्यक्ष कौन होगा, इसका फैसला कांग्रेस वर्किंग कमेटी करेगी। इस्तीफे के साथ ही उन्होंने अपने ट्विटर बायो में भी बदलाव कर दिया है। उन्होंने इससे ‘कांग्रेस अध्यक्ष’ को हटा दिया है। ट्विटर पर राहुल गांधी के बायों में अब मेंबर ऑफ पार्लियामेंट और मेंबर ऑफ कांग्रेस लिखा है।
लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा की पेशकश की थी। जिसके बाद पार्टी नेता उनको पार्टी पर बने रहने के लिए कह रहे थे। करीब एक महीने से यही स्थिति बनी हुई थी और उनको मनाने का दौर जारी था। बुधवार को राहुल ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया और कहा कि अब कांग्रेस नया अध्यक्ष ढूंढ ले।
राहुल गांधी ने पत्र में लिखा है कि पार्टी को अगर आगे बढ़ाना है तो 2019 के लोकसभा चुनाव में हार के लिए कई लोगों को जिम्मेदारी लेनी होगी। ऐसे में पार्टी अध्यक्ष होने के नाते अगर मैं हार की जिम्मेदारी नहीं लेता हूं और दूसरो लोगों को जिम्मेदार ठहराता हूं तो यह बेईमानी होगी।
मेरे कई सहयोगियों ने मुझसे कहा कि आप पार्टी अध्यक्ष के लिए किसी नाम का चुनाव करें। लेकिन यह अनुचित होगा कि मैं किसी नाम का सुझाव दूं। हमारी पार्टी का इतिहास पुराना है। यह एक विचारधारा वाली पार्टी है और मैं उसका सम्मान करता हूं। ऐसे में मुझे पूरा विश्वास है कि पार्टी किसी एक अच्छे नेता का चुनाव करने में पूरी तरह से सक्षम है जो पार्टी को मजबूत नेतृत्व दे सकता है।
कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने राहुल गांधी के इस्तीफे पर कहा कि अब वो उनके नेता नहीं हैं। हमें उम्मीद बहुत दिन से थी, शायद धीरे-धीरे उन्हें मना लेंगे। सभी ने बहुत प्रयास किया, उनका संकल्प बहुत दृढ होता है, उस संकल्प कोई बदल नहीं सकता। सोनिया गांधी हमारी नेता थीं, हैं, पार्टी कार्यकर्ताओं कि तरफ से राहुल गांधी को हमेशा आदर, प्यार और भरोसा मिलता रहेगा।
कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि अगर राहुल गांधी ने पद छोड़ने का फैसला लिया है तो यह बहुत बड़ी क्षति है। गांधी परिवार के बिना कांग्रेस टूट जाएगी. मेरा दृढ़ मत है कि गांधी परिवार कांग्रेस को एकजुट करता है और कांग्रेस भारत को एकजुट करती है।