राफेल डील से जुड़ी फाइलों के रक्षा मंत्रालय से चोरी होने की ख़बर के बाद से केंद्र की मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। विपक्ष रक्षा मंत्रालय से फाइलों के चोरी होने पर लगातार सवाल उठा रहा है कि जिन हाथों में फाइलें सुरक्षित नहीं, उन हाथों में देश कैसे महफूज़ रह सकता है।
अब इस मामले पर आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए तंज़ कसते हुए कहा, “शुक्र करो कि राफेल के सिर्फ कागज़ात ही ग़ायब हुए हैं। वर्ना जज साहब भी गायब हो सकते थे जस्टिस लोया याद है?”
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फाइलों के चोरी होने पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि इस सरकार में जैसे रोजगार गायब हुआ वैसे ही फाइल चोरी हो गई। राहुल गांधी के इस बयान पर अपनी सरकार का बचाव करने के लिए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कैग को ढ़ाल बनाया था।
उन्होंने कहा कि उन्हें (राहुल) भारतीय वायुसेना पर भरोसा नहीं है, कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक), उच्चतम न्यायालय पर भरोसा नहीं है।
गौरतलब हो कि राफेल की फाइल रक्षा मंत्रालय से चोरी हो गई। ऐसा कहना है मोदी सरकार अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल का। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि राफेल पर दायर किए गए जिन दस्तावेजों पर एडवोकेट प्रशांत भूषण भरोसा कर रहे हैं, वे रक्षा मंत्रालय से चुराए गए हैं। अब ऐसे में सवाल उठता है की जब रक्षा मंत्रालय ही सुरक्षित नहीं है तो देश कैसे सुरक्षित रह सकता है?
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने फ्रांस से 36 राफेल जेट खरीदने की डील की जांच के आदेश देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने जनवरी में राफेल फाइटर जेट की खरीद के मामले में सरकार को क्लीन चिट दिए जाने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से पुनर्विचार की मांग करते हुए याचिका दायर की थी।