बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजना ‘जल-जीवन-हरियाली अभियान’ के तहत 19 जनवरी को बनाए जाने वाली राज्यव्यापी मानव श्रृंखला को लेकर लगातार विपक्षी पार्टियां निशाना साध रही हैं। इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने इस मानव श्रृंखला को नीतीश कुमार की एक और नौटंकी बताकर निशाना साधा है।
राबड़ी देवी ने कहा, “सीएम नीतीश ने शराबबंदी पर मानव श्रृंखला की थी, हमने समर्थन भी किया था। लेकिन क्या उससे शराब बंद हुई? नहीं न? बाल विवाह और दहेज पर भी करोड़ों रुपये खर्च कर मानव श्रृंखला बनाई, क्या हुआ? अब सीएम ने इनका जिक्र करना भी छोड़ दिया है। अब एक और श्रृंखला की नौटंकी? क्यों गरीबों का हक खा रहे हैं?”
वहीं दूसरी तरफ तेजस्वी यादव ने कहा है कि इस साल दो बार राज्य में आयी बाढ़ और पटना का जल जमाव भी लोगों को याद है। राहत के लिए एक हेलिकॉप्टर तक नहीं था लेकिन फेस चमकाने के लिए 15 हेलिकॉप्टरों में मुंबई से फोटोग्राफर बुलाए जा रहे हैं।
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वहीं लालू यादव ने ट्वीट कर लिखा- ‘जल-जीवन-हरियाली की नौटंकी करने वाला पहले यह बतावें किसके संरक्षण में विगत 15 वर्ष में बिहार के कुआं, आहार, नहर, पईन, पोखर व तालाबों का अतिक्रमण कर बर्बाद किया गया?जंगलों को किसने कटवाया? तटबंध का पैसा कौन चूहा खाया? कथित पौधारोपण का करोड़ों का बजट कौन भूत लूटा? इनका दोषी कौन?’
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी और जेडीयू के बीच में लगातार पोस्टर वॉर चल रहा है। पोस्टरों के जरिए दोनों दल एक दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज राजधानी पटना के इनकम टैक्स चौराहे के पास दो पोस्टर लगाए गए हैं। इस पोस्टर के जरिए लालू-राबड़ी के 15 साल के शासनकाल की तुलना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 15 साल के शासनकाल से की गई है।