नई दिल्ली : ऐसा लगता है कि पंजाब के CM अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच गिले शिकवे दूर हो गए हैं, दरअसल CM अमरिंदर ने सिद्धू को बुधवार के दिन लंच का बुलावा भेजा है.
माना जा रहा है दोनों नेता लंच पर हुई मुलाकात में राज्य और केंद्र की राजनीति पर विचार विमर्श कर सकते हैं, ये जानकारी CM के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने दी है.
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बता दें कि मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब के किसानों ने मोर्चा खोल रखा है, पंजाब में किसान कई हफ्तों से सड़कों और रेल पटरियों पर थे.
इसके चलते मोदी सरकार ने पंजाब में रेल सेवाएं रोक दी थीं, रेल सेवा ठप होने की वजह से पंजाब में आपूर्ति सेवा प्रभावित हुई तो राज्य की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई, राज्य में बिजली संकट पैदा हो गया.
राज्य सरकार और मोदी के बीच बातचीत के बाद किसानों ने 15 दिनों के लिए पटरियां खाली कर दीं.
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हालांकि किसानों ने मोदी से बातचीत असफल रहने पर फिर से रेल सेवाएं ठप करने की धमकी दी है, राज्य की अमरिंदर सरकार के आश्वासन के बाद रेलवे ने आंशिक रूप से ट्रेन सेवाएं चालू कर दी हैं.
बता दें कि मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ अमरिंदर सिंह ने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा था.
लेकिन समय नहीं मिलने पर अमरिंदर और उनके सहयोगियों ने राजघाट पर एक दिन का धरना दिया, साथ ही राज्य में कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन भी किया.
राहुल गांधी ने पंजाब कांग्रेस के साथ ट्रैक्टर मार्च की अगुआई की, तो पंजाब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इंडिया गेट पर विरोध स्वरूप ट्रैक्टर भी जला दिया.
दूसरी ओर सिद्धू भी कांग्रेस पार्टी के साथ कृषि कानून के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहे, पंजाब में अमरिंदर सरकार के गठन के बाद मंत्रालय के बंटवारे को लेकर सिद्धू ने नाराजगी जताई थी.
जिसके बाद अमरिंदर से उनके मतभेद बढ़ते गए,,, और फिर सिद्धू ने अमरिंदर कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया, बाद में सिद्धू को लेकर कई अफवाहें उड़ती रहीं.