इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ बहाली विश्वविद्यालय प्रशासन के दमन आत्मक रवैए के विरुद्ध चल रहा धरना लगातार 12 वें दिन भी जारी रहा। इस बीच कल 15 अगस्त को प्रदर्शनकारियों ने धरना स्थल पर ही स्वतंत्रता दिवस व रक्षाबंधन का उत्सव हर्ष उल्लास और उमंग के साथ मनाया।
इस अवसर पर छात्र संघ अध्यक्ष उपाध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों व छात्र नेताओं ने छात्रसंघ भवन पर ध्वजारोहण के पश्चात छात्र संघ बहाली के लिए हुंकार भरी। सभी ने संयुक्त रूप से एक वृहद आंदोलन की रूपरेखा तय की और कहा कि अब समय आ गया है कि विश्वविद्यालय में शिकंजे में जकड़े लोकतंत्र को *आजाद* किया जाए।
पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के गौरवमई इतिहास का एक बड़ा हिस्सा छात्रसंघ के अतीत से जुड़ा हुआ है। देश को राजनीतिक भविष्य विश्वविद्यालय से निकलने वाले लोकतंत्र के विद्यार्थियों की पौध पर निर्भर है ऐसे में छात्र संघ पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम एक निर्णायक लड़ाई के लिए तैयार हैं।
पूर्व अध्यक्ष दिनेश सिंह यादव ने कहा आगामी 18 अगस्त को सभी पूर्व पदाधिकारियों और छात्र नेताओं की एक बैठक आहूत की गई है। हमारे अंग्रेजों के मार्गदर्शन और वर्तमान पदाधिकारियों के नेतृत्व में आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी दमन और उत्पीड़न के हर निर्णय के विरुद्ध नौजवान संघर्ष करने के लिए तैयार है। हमने यह लड़ाई पहले भी जीती है और एक बार फिर इस लड़ाई को लड़ने के लिए कमर कस चुके हैं।
उधर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अत्येंद्र सिंह धरने का समर्थन करते हुए कहा कि यह लड़ाई दल और बैनर से आगे बढ़कर समस्त छात्र समुदाय और इलाहाबाद के आम जनमानस की लड़ाई है।
विश्वविद्यालय के छात्रसंघ से पूरे शहर की पहचान है और यह इलाहाबाद की विशिष्ट प्रतिष्ठा का अटूट हिस्सा है हम इस परिपाटी और प्रतिष्ठा को तनिक भी धूमिल नहीं होने देंगे।
इस दौरान निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव, निवर्तमान उपाध्यक्ष अखिलेश यादव, पूर्व महामंत्री सुरेश चंद यादव ,पूर्व उपाध्यक्ष अदील हमजा साहिल ,अजय सम्राट, जितेश मिश्रा ,रजनीश यादव,सत्यम कुशवाहा,प्रशांत समाजसेवी, राहुल क्रांति,धीरन,अभिषेक,सरवन,आदेश आदि मौजूद रहे।
धन्यवाद।।