राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष के रेस में शामिल होने के बाद राजस्थान का सियासी पारा गरम है। कांग्रेस की आंतरिक कलह एक बार फिर जगजाहिर हो रही है। गहलोत गुट के विरोध के बाद से पायलट के हाथ से एक बार सत्ता छीनती नजर आ रही है।
राजस्थान मुख्यमंत्री के पद को लेकर मचे घमासान के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर पहुंचीं। अजय माकन, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और कमलनाथ सहित पार्टी के कई नेताओं ने आज पार्टी प्रमुख से मुलाकात की।
बता दें कि राजस्थान राजनीतिक संकट के बारे में अजय माकन ने कहा कि अशोक गहलोत के 102 वफादार विधायकों ने हमसे कहा था कि उनमें से किसी को सीएम बनाया जाना चाहिए। हमने उनसे कहा कि उनकी राय पार्टी प्रमुख के सामने रखी जाएगी और पारित प्रस्तावों के लिए कोई शर्त नहीं है; विचार-विमर्श के बाद पार्टी अध्यक्ष ने फैसला किया।
वहीं दूसरी तरफ भाजपा की राजसमंद लोकसभा क्षेत्र से सांसद दीया सिंह ने आज कांग्रेस पर खुलकर हमला बोला और आरोप लगाए कि जिस तरह के राजनीतिक हालात कांग्रेस के अंतर कलह के चलते बने हैं उससे प्रदेश का विकास पिछड़ रहा है। दीया कुमारी ने मांग की है कि वर्तमान राजनीतिक हालातों को देखते हुए राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।