लखनऊ: कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी स्थापना दिवस के कार्यक्रम के बाद सीएए और एनआरसी के विरोध में शांतिपूर्ण आंदोलन के बाद गिरफ्तार किए गए प्रसिद्ध अम्बेडकरवादी चिंतक व पूर्व पुलिस अधिकारी एसआर दारापुरी के परिजनों से मिलने जा रही थीं। लेकिन बीच रास्ते में पुलिस ने उन्हें जबरदस्त रोक दिया।
महासचिव प्रियंका गांधी वहां से पैदल चलाना शुरू कीं लेकिन योगी आदित्यनाथ की तानाशाह सरकार की पुलिस ने बीच रास्ते में उनके साथ धक्कामुक्की की। एक पुलिसकर्मी अधिकारी ने प्रियंका गांधी का गला पकड़कर खींचने की कोशिश की।
महासचिव प्रियंका गांधी ने 8 किलोमीटर पैदल चलकर बीच रास्ते में दमनकारी योगी की पुलिसिया बर्बरता को झेलते हुए दारापुरी के परिजनों से मिलीं और उनका हालचाल जाना।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी एक्ट्रेस और समाज सेवी सदफ जफर के परिवार से मिलने के लिए उनके घर जा रहीं थी जो कि बीते 19 दिसंबर से ही पुलिस हिरासत में हैं। कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि सदफ जफर पर पुलिस थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर रही है। उस दौरान पुलिस ने उन्हें रोका।
प्रियंका को रोके जाने के बाद कांग्रेस सांसद व नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आखिर प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से डरती क्यों है सरकार। उन्होंने कहा, ‘प्रियंका गांधी वहां दहशतगर्दी फैलाने के लिए नहीं गई थीं। वो उनसे मुलाकात करना चाहती थीं जो भारत के नागरिक हैं। ये क्या उनका अधिकार नहीं है।’
उन्होंने पूछा, ‘उत्तर प्रदेश में क्या मार्शल कानून लग गया है कि किसी को कहां से जाना है, आना है, सब पर पाबंदी लगाई जा रही है. इसे शासन कहा जाएगा?