राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बुधवार को कठुआ गैंगरेप की घटना पर अपनी संवेदना ज़ाहिर करते हुए कहा कि आजादी के 70 साल बाद देश के किसी भी हिस्से में ऐसी शर्मनाक घटना होना बड़े दुख की बात है। हमें सोचना होगा कि हम किस प्रकार के समाज को विकसित कर रहे हैं।
जम्मू के कटरा में श्री माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी के छठवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इस दुनिया में सबसे खूबसूरत चीज है किसी बच्ची की मुस्कान और ये हमारी जिम्मेदारी अपनी है कि मासूमों को सुरक्षा दी जाए। देश के हर कोने में मासूम ऐसे जघन्य अपराधों का शिकार बन रही हैं।
ये बेहद शर्म की बात है। हमें संकल्प लेना होगा कि दुबारा ऐसी घटना न हो। राष्ट्रपति से पहले जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने भी इस घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि समाज में कुछ न कुछ तो ग़लत हो रहा है। नहीं तो माता वैष्णो देवी की स्वरूप उस छोटी सी बच्ची के साथ कोई इतने वहशीपन के साथ कैसे पेश आ सकता था।
बता दें कि जम्मू कश्मीर के कठुआ में आसिफा नाम की 8 साल की बच्ची की मंदिर में एक हफ्ते तक लगातार बलात्कार कर पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। जांच में पता चला कि हत्या और बलात्कार एक मंदिर के पुजारी ने इलाके से मुसलमानों को भगाने के लिए किया था। इस घटना के सामने आने के बाद दुनिभर में इसकी आलोचना हो रही है।