नई दिल्ली: महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच चल रही तनातनी के बाद शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत ने केंद्र सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। बता दें कि अरविंद सावंत एनडीए सरकार में मंत्री थे। वह भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री थे। अरविंद सावंत के इस्तीफे के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को उनके इस मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
राष्ट्रपति भवन ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति ने सावंत के इस्तीफे को केंद्रीय मंत्रिपरिषद से तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है। जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सलाह दी है। उन्होंने कहा कि जावड़ेकर को अतिरिक्त प्रभार दिया जाएगा। इनके पास पहले से ही केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और पर्यावरण। इस बयान में कहा गया कि इसके अलावा, प्रधानमंत्री द्वारा सलाह के अनुसार, राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि जावड़ेकर को उनके मौजूदा विभागों के अलावा, भारी उद्योग मंत्री प्रभार सौंपा जाए।
24 अक्टूबर को आए चुनाव परिणाम के बाद शिवसेना और भाजपा में सीएम पद को लेकर गतिरोध इतना बढ़ गया कि 30 साल पुराना गठबंधन टूट गया। शिवसेना का कहना है कि चुनाव से पहले भाजपा के साथ समझौते के बाद ही गठबंधन हुआ था। शिवसेना के अनुसार चुनाव से पहले भाजपा से 50-50 फार्मूले पर गठबंधन हुआ था। भाजपा ने इससे साफ इन्कार कर दिया।
21 अक्टूबर को हुए चुनाव में किसे कितनी सीट मिली
21 अक्टूबर को हुए चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला। इस दौरान 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को 54 सीटें मिलीं और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं।