नीतीश सरकार के सुशासन और महिला सुरक्षा के दावों के बीच बिहार के गोपालगंज से गर्भवती विवाहिता को ज़िंदा जला देने की वारदात सामने आई है। बताया जा रहा है कि पति के अवैध संबंध का विरोध करने पर ससुराल वालों ने गर्भवती पत्नी को जिंदा जला दिया।
घटना थावे थाना के मीरअली पुर गांव की है। बुधवार की देर शाम जाफर अब्बास घर पहुंचा तो उसकी पत्नी जूही परवीन ने अवैध संबंध का विरोध किया। इसपर पति आग बबूला हो उठा और मारपीट के बाद उसके शरीर पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। जिससे शरीर पूरी तरह जल गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद ससुराल वाले घर छोड़कर फरार हो गए।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और महिला के शव को बरामद किया। जिसके बाद पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया जहां बोर्ड बनाकर उसका पोस्टमार्टम किया गया। वहीं घटना स्थल पर एफएसएल की टीम को बुलाया गया जहां टीम ने कई बिंदुओं पर जांच की। घर के कमरे में कई जगहों पर मिट्टी का तेल गिरा हुआ पाया गया।
हथुआ थाना क्षेत्र के भोजुखान टोला निवासी महमद बसर ने अपनी बेटी जुही परवीण की निकाह 10 अक्टूबर 2017 को थावे थाना क्षेत्र के मीरअली पुर निवासी तारा हुसैन के पुत्र जाफर अब्बास के साथ की थी। मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया की जफर अब्बास का निकाह के पहले से अपने बड़े भाई की पत्नी से अवैध संबंध हैं। जिसका मृतका विरोध करती थी।
जूही परवीन के चाचा अब्दुल वहाब ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने बताया कि शादी के बाद से ही दहेज में दो लाख रुपये की मांग की जाने लगी थी। इसी बीच जूही को जानकारी मिली कि उसके पति का अवैध संबंध अपने भाई अब्दुल जब्बार की पत्नी से है। जिसका वह विरोध करने लगी। जिसके चलते उसकी हत्या कर दी गई।
पुलिस ने बताया कि घटना के संबंध में आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ की गई तो बताया कि आग लगने की जानकारी उन्हें पास में खेल रहे बच्चों से मिली जब ग्रामीण पहुंचे तो घर में सास ,ससुर और ननद थी। ग्रामीणों ने बताया कि वह सीवान में सेट्रिंग का काम करता है जो उस वक्त वहीं पर था।
फिलहाल पुलिस मृतका के मायके वालों के बयान पर उसके पति, सास, ससुर सहित पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।