नई दिल्ली। मालेगांव बम धमाका मामले में आतंकवाद के मुकदमे का सामना कर रहीं प्रज्ञा ठाकुर शनिवार को एक बार फिर एनआईए कोर्ट के सामने पेश नहीं हुई। कोर्ट में वकील की ओर से उनके बीमार होने के चलते पेश होनें में असमर्थता की बात कही गई। वहीं दूसरी ओर ससंद मे उनका हाजिरी का रिकॉर्ड शानदार है। भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा मौजूदा सत्र के 15 में से 14 दिन संसद में मौजूद रही हैं। वहीं मुंबई के एनआईए कोर्ट के आदेश बावजूद आतंकवाद के मामले में आरोपी प्रज्ञा कोर्ट में हाजिर नहीं हो रही हैं।
एनडीटीवी से बातचीत में साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ‘मैं 100 फीसदी संसद में मौजूद रहना चाहती थी लेकिन सोमवार को मेरा ब्लड प्रेशर बहुत अधिक हो गया। इसलिए मुझे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। इस वजह से मैं एक दिन संसद नहीं पहुंच सकी।’
मालेगांव बम धमाकों में आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर कहती हैं कि वे अदालत में सुनवाई के लिए भी पेशी पर नियमित रहती हैं। पेशी पर नहीं पहुंचने को लेकर पूछे गए सवाल पर भाजपा सांसद ने कहा, ‘मेरा केस मुंबई में चल रहा है और मैं इसे रेगुलर फॉलो कर रही हूं।’ इस मामले में एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया कि मुंबई में मालेगांव बम धमाके के मामले में रोज सुनवाई चल रही है। हम जल्द ट्रायल पूरा करना चाहते हैं और हर वर्किंग डे में इसकी सुनवाई हो रही है। जबकि 49 वर्षीय सांसद ने मामले की सुनावाई में पेशी से छूट मांगी है।
49 साल की प्रज्ञा ने अपने सांसद होने और ससंद की कार्यावाही में भाग लेने के चलते कोर्ट से पेशी में छूट की भी मांग की लेकिन अदालत ने इसे नहीं माना। उनके वकील को लगातार अदालत को ये बताना होता है कि वो क्यों पेशी पर नहीं आई हैं।
बता दें कि प्रज्ञा ठाकुर आतंकवाद के मामले में कई साल तक जेल में भी रह चुकी हैं। उन पर अभी भी कई गंभीर मुकदमें चल रहे हैं। हालिया लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से उन्हें चुनाव लड़ाया। प्रज्ञा ने कांग्रेस के दिग्विजय सिंह को हराते हुए चुनाव जीता है। वो पहली बार सांसद बनी हैं।