नई दिल्ली। पूर्व गृहमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तर प्रदेश में गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है। चिदंबरम ने चुनाव के बाद इस बात की उम्मीद जताई है कि बसपा सुप्रीमो कांग्रेस के साथ गठबंधन करेंगी। चिदंबरम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन काफी मजबूत है और कांग्रेस भी यहां उन सीटों पर चुनाव लड़ रही है जहां उसकी स्थिति मजबूत है, चुनाव के बाद लोग चौंकाने वाले नतीजे देखेंगे।
चिदंबरम ने कहा कि दुर्भाग्य से मायावती गठबंधन के लिए तैयार नहीं हुईं। दो दिन पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भरोसा जताया है कि चुनाव के बाद गठबंधन जरूर होगा। संभव है कि चुनाव के बाद मायावती को चुनावी नतीजे समझ आएंगे, नतीजों को देखने के बाद वह गठबंधन के लिए तैयार हो जाएंगी। गौर करने वाली बात है कि इससे पहले भी कांग्रेस के साथ जब गठबंधन की बात मीडिया के सामने आई थी तो मायावती ने कहा था कि कांग्रेस किसी भी तरह की गलतफहमी ना फैलाए, हम कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन में नहीं हैं।
यूपी में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि वह प्रदेश में भाजपा को हराने के लिए बल्कि अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए गठबंधन करना चाहती थी। ना सिर्फ यूपी में बल्कि कांग्रेस पर आरोप लग रहा है कि वह अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए चुनाव लड़ रही है। लेकिन चिदंबरम ने कहा कि यह भ्रम है, भाजपा का तमिलनाडु में अस्तित्व नहीं है, एआईएडीएमके भाजपा के साथ है यही वजह है कि भाजपा को पांच सीट मिली है, जबकि हकीकत यह है कि भाजपा यहां एक भी सीट लेने के लायक नहीं है। हकीकत यह है कि भाजपा ने एआईएडीएमके से जबरदस्ती पांच सीटें ली है।
चिदंबरम ने आरोप लगाया है कि भाजपा लोगों के बीच झूठ फैला रही है। 2004 से 2014 के बीच देश प्रधानंमत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में बिल्कुल सुरक्षित हाथों में था। भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति नहीं थी। सीमाएं सुरक्षित थीं, घुसपैठ कम हुई थी, सुरक्षा के जवानों और आम नागरिकों को हमने बहुत कम खोया था। अगर आंकड़े देखें तो हकीकत आपके सामने होगी। नरेंद्र मोदी की सरकार में घुसपैठ बढ़ी है, जवान और आम नागरिकों ने पहले से अधिक संख्या में अपनी जान गंवाई है।