नई दिल्ली: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच अभी तक स्पष्ट तौर पर कोई फैसला नहीं हो सका है। दूसरी ओर कांग्रेस और एनसीपी में भी मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए चर्चाओं का दौर जारी है।
बात करें कांग्रेस की तो पार्टी जल्दबाजी में कोई कदम उठाने को तैयार नजर नहीं आ रही है। इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता दिल्ली पहुंचे हैं, जहां शुक्रवार को इन नेताओं ने कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बीजेपी-शिवसेना के बीच बने गतिरोध पर चर्चा के साथ आगे की रणनीति पर कोई ठोस फैसला हो सकता है। वहीं सोनिया गांधी से मुलाकात के पहले महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक चव्हाण का बड़ा बयान सामने आया है।
अशोक चव्हाण ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सहयोगियों से अपने वादे को निभाने में विफल रही और यही महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट का कारण बना। हम इंतजार कर रहे हैं और स्थिति देख रहे हैं और हम सही समय पर फैसला लेंगे।
इस बीच, महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बाला साहेब थोराट ने यह पूछे जाने पर कि क्या राकांपा-कांग्रेस शिवसेना के साथ सहयोगी होगी पर कहा कि हमारे पास वह रणनीति नहीं है, हम सिर्फ चीजों को प्रकट कर रहे हैं। हमें अंदर बैठने का जनादेश मिला है।
आगे कहा कि भाजपा और शिवसेना की वजह से महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट का कारण बना हुआ है। हम इंतजार कर रहे हैं और स्थिति देख रहे हैं और हम सही समय पर फैसला लेंगे।
महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच सीएम पद को लेकर बयानबाजी जारी है। वहीं शुक्रवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि जनता ने हमें 50-50 के फॉर्मूले पर जनादेश दिया है। जनता भी चाहती है कि सीएम शिवसेना से ही होना चाहिए।