नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन जारी है। वहीं देश की राजधानी दिल्ली में भी इसे लेकर लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं। अब जामिया मिलिया इस्लामिया में छात्र इस एक्ट को लेकर विरोध कर रहे हैं।
पुलिसकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। बताया जा रहा है कि स्टूडेंट्स ने इस दौरान पथराव किया। घायलों का उपचार करने के लिए डॉक्टरों की टीम बुलानी पड़ी।
पुलिस ने इस दौरान सड़कों को बंद कर दिया और स्टूडेंट्स को बैरिकेड पर फांदते देखा गया। हिंसक झड़प के बाद सारे स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी परिसर के अंदर चले गए। यूनिवर्सिटी गेट को भी बंद कर दिया गया।
पुलिस अधिकारियों ने काफी देर तक प्रदर्शनकारियों से वापस लौटने की अपील की लेकिन प्रदर्शनकारी जब बैरीकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे तो पुलिस ने लाठी चला दी। पुलिस ने छात्रों को पीटना शुरू किया तो वहां भगदड़ मच गई। छात्रों और स्थानीय लोगों की माने तो पुलिस ने पहले छात्रों पर पत्थर भेंके।
इसमें कई छात्रों को चोटें भी आई हैं। इससे भड़के छात्रों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इससे एक बार तो पुलिसकर्मियों को भी भागना पड़ा। कई पुलिसकर्मी भी घायल इस पथराव में घायल हुए हैं। पथराव की सूचना के बाद पुलिसकर्मियों की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और फिर पुलिस के जवानों ने प्रदर्नकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूर्वोत्तर भारत में स्थिति गंभीर है। असम के अलावा दूसरे राज्यों के शहरों में भी बंद और कर्फ्यू के हालात हैं। असम के गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। भारतीय सेना ने असम में कॉलम की संख्या बढ़ा दी है। स्थिति को संभालने के लिए भारतीय सेना के 26 कॉलम तैनात किए गए हैं। यहां पर केंद्रीय सुरक्षाबलों की कंपनियां पहले ही तैनात हैं। स्थानीय प्रशासन की अपील पर भारतीय सेना के कॉलम इनकी सहायता के लिए तैनात किया गया है।