हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने राफेल मामले से जुड़ा एक फैसला सुनाकर सियासी गलियारों में खलबली सी मच आती है। इस कड़ी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट से राफेल मामले में सुनाए गए फैसले को वापस लेने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट को मोदी सरकार को अदालत की अवमानना और झूठी गवाही देने का नोटिस जारी करना चाहिए क्योंकि मोदी सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट को गलत जानकारी मुहैया कराई गई है।

खबर के मुताबिक कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को आयोजित कर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने यह आरोप लगाया है कि सरकार ने संसद के दोनों सदनों के विशेष अधिकार का हनन किया है इसके साथ ही उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अपने बोले के झूठों के लिए उन्हे पश्चाताप करना चाहिए और देश की पवित्र नदी गंगा में डुबकी लगानी चाहिए।

आपको बता दें कि इसके साथ उन्होंने कहा कि इस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की जनता गंभीरता से नहीं ले रही है क्योंकि उन्हें पता लग गया है कि वह झूठ बोलने में कितने माहिर हैं और अपने भाषणों में लोगों को बेवकूफ बनाने का काम करते हैं इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई रायबरेली की जनसभा इस बात का सबूत है क्योंकि पीएम मोदी की रैली में रुको ने आने से जिस तरह परहेज किया है उसे साफ जाहिर है कि अब लोग उन पर भरोसा नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि सच बोलना बीजेपी के डीएनए में है और बीजेपी की सच की साथ पुरानी रंजिश हैं। पीएम मोदी ने तो झूठ बोलने में महारत हासिल की है। पीएम मोदी का नाम बदलकर मिस्टर गुमराह रख देना चाहिए। इसके साथ उन्होंने रायबरेली में सोनिया गांधी का अपमान करने का आरोप लगाया।