नई दिल्ली: केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन बिल को लेकर विरोध और समर्थन की बातें तेज हो गई हैं। नागरिकता संशोधन बिल पर कल लोकसभा में बहस होने की संभावना है। मोदी सरकार इसी दिन निचले सदन से बिल को पारित करवाना चाहती है। जहां मोदी सरकार के पास बहुमत है। कांग्रेस, टीएमसी, समाजवादी पार्टी, सीपीएम, एनसीपी और डीएमके समेत अन्य कई दल इस बिल का विरोध कर रहे हैं।
इस बिल का विरोध करते हुए कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने कहा कि इस बिल के पास होने से देश में मोहम्मद अली जिन्ना के विचारों की जीत हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों पर मोहम्मद अली जिन्ना के विचारों को थोपने जैसा होगा।
सुप्रीम कोर्ट इंसाफ करेगा
आगे थरूर ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि अगर यह विधेयक संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित भी किया भी जाता है तो भी सुप्रीम कोर्ट की कोई भी पीठ भारत के संविधान की मूल भावना का घोर उल्लंघन नहीं होने देगी।
शशि थरूर ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ‘एक समुदाय’ को निशाना बना रही है और दूसरे धर्मों की तुलना में उस समुदाय के लोगों की उन्हीं स्थितियों में उत्पीड़न पर उन्हें शरण नहीं दे रही है।
गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता मिल सकेगी
प्रस्तावित नागरिकता बिल के संसद में पारित होने के बाद, भारत के पड़ोसी देशों के गैर मुस्लिम शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जा सकेगी। 31 दिसंबर 2014 तक अफगानिस्तान,बांगलादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता मिल सकेगी। इस बिल के पास होने के बाद लगभग तीन करोड़ लोगों को फायदा मिलने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि शशि थरूर देश के हर एक मुद्दे पर अपनी रखते हैं इससे पहले वह हैदराबाद एन’काउंटर मामले पर सवाल उठाते हुए कहा ‘सिद्धांत के हिसाब से सहमत हूं। हमें और अधिक जानने की जरूरत है, उदाहरण के लिए अगर अप’राधियों के पास हथियार थे, तो पुलिस को फा’यरिंग के लिए उचित ठहराया जा सकता है।’