नई दिल्ली : नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने शनिवार तड़के संसद को भंग कर दिया तथा 12 एवं 19 नवंबर को मध्यावधि चुनाव कराने की घोषणा भी कर दी।
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इससे पूर्व राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी वक्तव्य के मुताबिक राष्ट्रपति की ओर से तय डेडलाइन की अवधि समाप्त होने तक शुक्रवार तक ना तो कार्यवाहक प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली और ना ही विपक्ष के नेता शेर बहादुर देउबा नयी सरकार के गठन का दावा ही पेश कर सके।
दावे के खारिज होने के बाद ओली ने शुक्रवार मध्यरात्रि को अपने मंत्रिमंडल की आपात बैठक बुलायी तथा संसद भंग करने की सिफारिश कर दी। वक्तव्य के मुताबिक इसके बाद संविधान के अनुच्छेद 76 (7) के मुताबिक संसद को भंग कर दिया गया तथा फिर से चुनाव कराने की तिथियां घोषित की गयीं।
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गौरतलब है कि यह दूसरी बार है जब ओली की सिफारिश पर राष्ट्रपति भंडारी ने संसद भंग की है। इससे पहले फरवरी 2021 में सुप्रीम कोर्ट ने संसद को भंग करने के कदम को रद्द कर दिया था।